पानीपत, 26 जून आजाद नगर रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास के निर्माण में लगभग 18 महीने की देरी को लेकर यहां के निवासियों में नाराजगी व्याप्त है। रेलवे ने अंडरपास के निर्माण के लिए अप्रैल 2022 में 4 करोड़ रुपये का टेंडर आवंटित किया था। कार्य आवंटन पत्र में उल्लिखित परियोजना की समय सीमा दिसंबर 2022 थी, लेकिन काम अभी भी लंबित है, जिसके कारण लोगों को अपने दैनिक जीवन में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते हैं। फोटो: सुखजिंदर सरोहा क्षेत्रवासियों का आरोप है कि सब्जी व अनाज मंडी जाने वाले लोगों तथा वार्ड 15 व 17 की 20 से अधिक कॉलोनियों के डेढ़ लाख से अधिक निवासियों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है।अंडरपास के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया।
रेलवे इंजीनियरिंग विंग के सुस्त रवैये और धीमी गति से चल रहे काम से नाराज लोगों ने रविवार को संजय कॉलोनी में महापंचायत की। सोमवार को लोगों ने मौके पर पहुंचकर रेलवे अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और प्रोजेक्ट में देरी के खिलाफ नारेबाजी की।
निवासियों ने रेलवे अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर काम शुरू नहीं हुआ तो वे पानीपत रेलवे स्टेशन पर धरना देंगे। पूर्व पार्षद शिव कुमार शर्मा ने कहा कि उनके वार्ड की कई कॉलोनियों के लोगों को श्मशान घाट तक पहुंचने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कृष्णपुरा, राज नगर, आजाद नगर, संजय कॉलोनी, गांधी मंडी, विकास नगर, एनएफएल कॉलोनी, शुगर मिल क्षेत्र, न्यू मुखीजा कॉलोनी, शिव नगर, सब्जी मंडी, अनाज मंडी आदि के निवासी सबसे अधिक प्रभावित हैं।
निवासियों ने आरोप लगाया कि उन्हें अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार करने के लिए मजबूर किया गया।
दुकानदार अनुज कुमार ने बताया कि पिछले दो सालों से इस वजह से उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि बिंझौल, मधाना, राज नगर, आजाद नगर और अन्य इलाकों के उपभोक्ता अपनी दुकानों तक नहीं पहुंच पाते। उन्होंने बताया कि आजाद नगर और राज नगर के छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है क्योंकि उन्हें कृष्णपुरा में अपने सरकारी स्कूल तक पहुंचने के लिए रेलवे लाइन पार करनी पड़ती है। मेडिकल स्टोर चलाने वाले पवन ने बताया कि अंडरपास निर्माण का काम छह महीने से ज्यादा समय से बंद है और लोगों को रेलवे लाइन पार करके जाना पड़ता है, जो जान के लिए खतरा है।
पानीपत के सहायक मंडल अभियंता एसबी मनचंदा ने बताया कि वहां काम शुरू हो गया है, लेकिन साइट पर जलभराव के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “अब पिछले कुछ दिनों से साइट से पानी निकाला जा रहा है।” उन्होंने दावा किया, “निर्माण स्थल से पानी निकल जाने के बाद अंडरपास का काम शुरू हो जाएगा।”
परियोजना की समय सीमा दिसंबर 2022 थी रेलवे ने अप्रैल 2022 में अंडरपास के निर्माण के लिए 4 करोड़ रुपये का टेंडर आवंटित किया था। कार्य आवंटन पत्र में उल्लिखित परियोजना की समय सीमा दिसंबर 2022 थी, लेकिन काम अभी भी लंबित है। अंडरपास के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया।