पटना, 26 अक्टूबर । इस साल झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टियां इन चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इस बीच बिहार के पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने इन चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने हेमंत सोरेन की तारीफ भी की।
पप्पू यादव ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन के साथ कौन से नेता हैं, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। कांग्रेस की विचारधारा और राहुल गांधी का आदिवासियों और दलितों के प्रति समर्पण स्पष्ट है। राहुल गांधी जिस तरह से आदिवासी और दलित समुदायों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वह इस बात को दर्शाता है कि वह इन वर्गों के अधिकारों के प्रति गहरी संवेदनशीलता रखते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा हेमंत सोरेन पर हमलावर रही है। यह ध्यान देना जरूरी है कि जब आदिवासी अपनी पहचान को लेकर बातें करते हैं, तो वे जातिवाद के खिलाफ खड़े होने का प्रयास कर रहे हैं। यह भी महत्वपूर्ण है कि हेमंत सोरेन ने आदिवासियों के साथ-साथ अन्य जातियों को भी सम्मान देने का काम किया है।
उन्होंने आगे कहा, “लोकसभा और विधानसभा में चुनावी चुनौतियों का सामना करना आसान नहीं है। कांग्रेस और हेमंत सोरेन की पहचान इस बात से जुड़ी है कि वे दोनों जातिवाद की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की बात करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि जब हेमंत जैसे नेता आदिवासियों की भलाई के लिए लड़ते हैं, तो वे बाहरी दबावों का सामना कैसे करेंगे?”
उन्होंने कहा, “भाजपा और चुनाव आयोग के बीच पैसे और चुनावी रणनीतियों का खेल भी एक बड़ी समस्या है। हरियाणा जैसे स्थानों पर भाजपा ने जिस तरह से चुनावी घेराबंदी की है, उससे साफ है कि उनकी चुनावी मशीनरी कैसे काम करती है। इन सब में यह महत्वपूर्ण है कि इन दोनों ही गठबंधन में एक तरफ हेमंत सोरेन और दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे की सरकार चुनाव में सफल हों।”