पेंशन वितरण और बकाया भुगतान में देरी के खिलाफ आज धर्मशाला में पेंशनभोगियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में पेंशनभोगी शहीद पार्क में एकत्र हुए और धर्मशाला में कचहरी चौराहे तक बैनर लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए मार्च निकाला।
पेंशनर्स एसोसिएशन हिमाचल के उपाध्यक्ष सुरेश ठाकुर ने कहा कि वे सरकार द्वारा समय पर पेंशन देने में विफल रहने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले महीने उन्हें 10 अगस्त को पेंशन मिली थी। हमने सरकार से आग्रह किया है कि हर महीने की पहली तारीख को उनकी पेंशन समय पर जारी की जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई पेंशनर्स को छठे वेतन आयोग के कार्यान्वयन के लिए बकाया राशि नहीं मिली है।
ठाकुर ने कहा कि 1 जनवरी 2024 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले लोगों की स्थिति और भी खराब है। उनमें से कई को छुट्टी नकदीकरण और ग्रेच्युटी लाभ का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें पेंशन के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा है।
पेंशनर्स यूनियन के नेता सीएम सुखविंदर सिंह सुखू से मिलने की अनुमति न मिलने से भी नाराज थे। उन्होंने आरोप लगाया कि यूनियन के नेता हाल ही में सीएम से मिलने गए थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य के निर्वाचित प्रमुख ने पेंशनर्स से मिलने से इनकार कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य सरकार को उनकी शिकायतों के निवारण के लिए एक समिति गठित करने के लिए 15 सितंबर तक का समय दिया था, लेकिन कुछ नहीं किया गया, जिसके कारण उन्हें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा।