कांगड़ा जिले के विभिन्न भागों में राज्य सरकार द्वारा संचालित उचित मूल्य की दुकानों में आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी है। उचित मूल्य की दुकानों पर दालें, खाद्य तेल और नमक उपलब्ध न होने के कारण उपभोक्ता पिछले दो महीनों से काफी परेशान हैं।
इस महीने डिपो से केवल आटा, चावल और चीनी ही मिल पाई है। दाल और खाद्य तेल लेने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों के डिपो पर जाने वाले राशन कार्ड धारकों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है और उन्हें एक ही जवाब मिल रहा है कि हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम (एचपीएससीसी) से कोई आपूर्ति नहीं मिली है, जबकि हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार का थोक विक्रेता है।
सभी श्रेणियों के राशन कार्ड धारकों – चाहे वे गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) हों या गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) हों – को सरकारी दुकानों में इन वस्तुओं के अभाव के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
बीपीएल राशन कार्ड धारकों को अपेक्षाकृत अधिक कीमत देकर खुले बाजार से ये वस्तुएं खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
बीपीएल और आईआरडीपी कार्ड धारकों ने बताया कि उनके पास अपने दैनिक खर्च चलाने के लिए वृद्धावस्था पेंशन के अलावा आय का कोई स्रोत नहीं है। उन्होंने बताया कि बाजार से दालें और खाद्य तेल खरीदने से उनका मासिक बजट गड़बड़ा गया है।
राज्य खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ट्रिब्यून को बताया कि दालों और खाद्य तेल की खरीद के लिए निविदाएं अंतिम चरण में हैं और एक सप्ताह के भीतर सभी डिपो पर आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।