पर्थ, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने केवल 150 ही रन बनाए। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने के बाद भारतीय बल्लेबाजों का फ्लॉप शो एक बार फिर जारी रहा और पदार्पण करने वाले नीतीश रेड्डी 41 रन बनाकर सर्वोच्च स्कोरर रहे।
नीतीश रेड्डी ने अपने पहले ही टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए ढहती हुई भारतीय पारी को तीन अंकों तक पहुंचाने में केंद्रीय भूमिका निभाई और 59 गेंदों पर 6 चौके और 1 छक्का लगाते हुए 41 रन बनाए। रेड्डी नंबर 8 पर या उससे नीचे के क्रम पर खेलकर भारत के लिए सर्वोच्च स्कोर करने वाले 9वें बल्लेबाज हैं।
रेड्डी के अलावा ऋषभ पंत दूसरे सर्वोच्च स्कोरर रहे जिन्होंने 78 गेंदों पर 37 रनों की पारी खेली। इसके अलावा केएल राहुल ने 26 रन बनाए। बाकी बल्लेबाजों ने कुछ खास नहीं किया और भारतीय क्रिकेट टीम 150 रनों पर ही ढेर हो गई। यह 9वीं बार है जब भारतीय टीम विदेशी धरती पर टेस्ट सीरीज के पहले दिन ऑल-आउट हुई है। हालांकि इस बार भारत ने इन 9 मौकों पर सबसे कम ओवर (49.4) खेले हैं।
भारत के लिए राहत की बात कप्तान जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों का पलटवार है। बुमराह ने ऑस्ट्रेलियाई टॉप ऑर्डर को ध्वस्त करते हुए उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी और स्टीव स्मिथ को आउट कर दिया। इसके अलावा मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा को भी 1-1 विकेट मिला है। खबर लिखे जाने तक ऑस्ट्रेलिया के 5 विकेट 39 रनों के स्कोर पर गिर चुके थे।
उल्लेखनीय है कि इस बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पांच टेस्ट मैच खेले जाने हैं। इससे पहले भारत ने पिछले दो ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर कंगारूओं को उनकी ही धरती पर 2-1 से हराने में कामयाबी हासिल की थी। हालांकि इस बार भारत अपने टॉप खिलाड़ियो की गैरमौजूदगी या उनकी खराब फॉर्म से जूझ रहा है। रोहित शर्मा निजी कारणों से बाहर हैं, विराट कोहली की फॉर्म बहुत अच्छी नहीं है और मोहम्मद शमी की वापसी भी समय से नहीं हो पाई है। ऐसे में जसप्रीत बुमराह के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है।