नई दिल्ली, 26 अक्टूबर। प्रोफेसर मजहर आसिफ ने शुक्रवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के 16वें कुलपति के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया। नए कुलपति का कहना है कि वह आलोचनाओं का स्वागत करते हैं।
यह केंद्रीय विश्वविद्यालय जहां अपने बेहतरीन शिक्षण कार्यों और रिसर्च के लिए जाना जाता है, वहीं कई बार विवादों में भी रहा है। हाल ही में यहां दीपोत्सव के दौरान उत्सव मना रहे छात्रों के साथ उपद्रव और हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं।
नए कुलपति ने कहा, “विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अच्छा रहन-सहन, भोजन, सुरक्षा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। लोगों के सहयोग से हम ऐसा करेंगे और जेएमआई को उच्च स्तर पर ले जाने का प्रयास करेंगे। मैं आलोचनाओं का स्वागत करता हूं, लेकिन बेहतर सुझावों और समाधानों की भी उम्मीद करता हूं। इसलिए समस्या के साथ आएं, पर बेहतर विकल्पों और समाधानों के बारे में भी सोचें ताकि हम मिलकर चीजों को बेहतर बना सकें।”
कुलपति कार्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने नए कुलपति का स्वागत किया। ज्वाइनिंग के तुरंत बाद वह विश्वविद्यालय परिसर में स्थित ब्रिगेडियर उस्मान की समाधि पर गए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। वह जामिया के पहले कुलपति हैं, जिन्होंने कार्यभार संभालने के फौरन बाद ब्रिगेडियर उस्मान की समाधि पर फूल-माला अर्पित की है।
ब्रिगेडियर उस्मान, जिन्हें “नौशेरा का शेर” के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय सेना में एक उच्च पदस्थ अधिकारी थे, जिन्होंने 1947-48 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीरगति पाई थी।
प्रो. मजहर आसिफ ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन और जेएमआई के संस्थापक सदस्य डॉ. एम.ए. अंसारी को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कुलपति कार्यालय के बैठक हॉल में डीन, कार्यवाहक रजिस्ट्रार और विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। इसके साथ ही उन्होंने पूरे प्रशासनिक ब्लॉक का दौरा किया और विभिन्न कार्यालयों में जाकर गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों से भी मुलाकात की।
उन्होंने कुलपति कार्यालय के बैठक हॉल में सभा में अपने संबोधन की शुरुआत यह कहकर की कि केवल एक ही आदर्श वाक्य और एक ही लक्ष्य है और वह है, ‘इस विश्वविद्यालय को सर्वोच्च स्थान पर कैसे ले जाया जाएं।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह एक छात्र और कर्मचारी केंद्रित व्यक्ति हैं। अपने संबोधन के अंत में उन्होंने कहा कि वह तहे दिल से सभी को, पूरी जामिया बिरादरी को, भारत सरकार को और सभी दोस्तों को धन्यवाद देते हैं।
राष्ट्रपति ने द्रौपदी मुर्मू ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के विजिटर के नाते 24 अक्टूबर को नई दिल्ली स्थित जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज लिटरेचर एंड कल्चर स्टडीज के प्रो. मजहर आसिफ को जेएमआई का कुलपति नियुक्त किया था। उन्हें कार्यभार संभालने की तिथि से पांच वर्ष की अवधि के लिए या 70 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, के लिए नियुक्त किया गया है।