लखनऊ, 27 मार्च । ‘सौगात-ए-मोदी’ किट को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। विपक्ष ने ईद के अवसर पर 32 लाख गरीब मुस्लिमों को ‘सौगात-ए-मोदी’ किट दिए जाने को राजनीति बताया है। जबकि भाजपा ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने ‘सौगात-ए-मोदी’ किट की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सभी समुदाय के लिए काम किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “ईद का पवित्र त्यौहार आ रहा है और प्रधानमंत्री मोदी ने एक बेटे की तरह देश के हर मुसलमान को अपने परिवार का हिस्सा माना हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर कोई, खासकर गरीब और पसमांदा मुसलमान ईद को खुशी से मनाएं, इसलिए ‘सौगत-ए-मोदी’ किट वितरित किया जा रहा है। इस किट में सभी के लिए तोहफे भी होंगे। पीएम मोदी ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि सबके घर खुशियां पहुंचे, इसलिए वे वोट बैंक की नजर से उन्हें नहीं देखते हैं। मोदी सरकार का एजेंडा रहा है कि मुस्लिमों की उन्नति हो।”
दानिश आजाद अंसारी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछड़ा, दलित और पसमांदा समाज के रोजगार और उन्नत भविष्य के लिए भी काम किया है। ईद का पर्व मुस्लिमों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए इस किट को बांटा जा रहा है। ताकि वे अपने त्यौहार को खुशहाली के साथ मना सकें।”
उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर चल रहे विरोध-प्रदर्शन पर कहा, “आम मुसलमानों का मानना है कि जो भी वक्फ का विरोध कर रहे, वो मुस्लिम समाज के डेवलपमेंट का विरोध कर रहा है। इस विधेयक के जरिए अगर मोदी सरकार चाहती है कि वक्फ की जमीन पर अस्पताल और स्कूल बनाया जाए तो इसमें क्या गलत है। जब भी भाजपा ने मुसलमानों के विकास की बात की है तो कुछ खास वर्ग के लोगों ने इसका विरोध किया है, वे नहीं चाहते हैं कि गरीब मुसलमान आगे बढ़ें।
इससे पहले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने ‘सौगात-ए-मोदी’ किट को लेकर केंद्र सरकार से सवाल किया था। उन्होंने कहा कि अगर मुसलमानों को कुछ कुछ देना चाहते हैं तो उन्हें शिक्षा की सौगात दी जाए।
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