नई दिल्ली, 22 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय कुवैत दौरा समाप्त हो गया। रविवार को वो भारत के लिए लौटे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कुवैत दौरे की कई तस्वीरें साझा की और दोनों देशों के लिए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत होने की बात कही। साथ ही उन्होंने विदाई देने के लिए एयरपोर्ट तक आने के लिए कुवैत के प्रधानमंत्री का आभार जताया।
पीएम मोदी ने कुवैत की अपनी यात्रा ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कुवैत को धन्यवाद करते हुए लिखा, “इससे हमारे द्विपक्षीय संबंधों में बहुत वृद्धि होगी। मैं कुवैत की सरकार और लोगों को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं कुवैत के प्रधानमंत्री को भी विदाई के लिए हवाई अड्डे पर आने के विशेष सम्मान के लिए धन्यवाद देता हूं।”
कुवैत के प्रधानमंत्री महामहिम शेख अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा के साथ सार्थक चर्चा की तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “हमारी बातचीत में भारत-कुवैत संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, जिसमें व्यापार, वाणिज्य, लोगों के बीच आपसी संबंध और बहुत कुछ शामिल है। महत्वपूर्ण सहमति पत्रों और समझौतों का भी आदान-प्रदान हुआ, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी।”
कुवैत में महामहिम शेखा एजे अल-सबा से मुलाकात करने की तस्वीर साझा करते हुए पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “महामहिम शेखा एजे अल-सबा ने योग और फिटनेस के प्रति अपने जुनून के लिए खुद को प्रतिष्ठित किया है। उन्होंने अपना खुद का योग और वेलनेस स्टूडियो स्थापित किया है, जो कुवैत में काफी लोकप्रिय है। हमने युवाओं के बीच योग को और अधिक लोकप्रिय बनाने के तरीकों के बारे में बात की।”
फहाद गाजी अब्दुल जलील से मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “फहाद गाजी संस्कृति और इतिहास के प्रति अपने जुनून के लिए जाने जाते हैं। उनका भारत से भी संबंध है, उनके पूर्वजों का सूरत, मुंबई और कोझिकोड से संबंध रहा है।”
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत का सबसे बड़ा सम्मान “द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर” दिया गया है। यह पीएम मोदी को किसी देश द्वारा दिया गया 20वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है। “मुबारक अल कबीर ऑर्डर” कुवैत का एक विशेष नाइटहुड सम्मान है। यह सम्मान आमतौर पर किसी देश के प्रमुख, विदेशी शासकों और राजपरिवार के सदस्यों को दोस्ती के प्रतीक के रूप में दिया जाता है।