पटना, 2 नवंबर । राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शनिवार को आईएएनएस से बात करते हुए कांग्रेस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
मृत्युंजय तिवारी ने आईएएनएस को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सच बताना चाहिए। देश की जनता के सामने सच सामने आ गया है कि आखिर कौन जुमलेबाजी और झूठ की खेती करता है। कांग्रेस पार्टी पर सवाल करने से पहले ये खुद के गिरेबान में झांके तो उनको पता चलेगा कि जो वह कांग्रेस के लिए कह रहे हैं, वह खुद उनके अंदर है।
वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अपनी नाकामी को छिपाने के लिए इसकी बात करते हैं। ये देश अपने नियम, कानून और संविधान से चलेगा। वो जानबूझकर तरह-तरह के मुद्दे सामने लाते हैं। इसपर कई विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है कि धरातल पर यह संभव नहीं है। पहले भी देश में वन नेशन-वन इलेक्शन होता था, लेकिन तब इसका क्रम टूट गया जिसका कारण सभी को पता है। आगे फिर इसका चेन नहीं टूटेगा इसका क्या गारंटी है? ऐसे विवादित मुद्दों पर हमारी पार्टी जवाब देगी।
जेडीयू लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगा रही है कि उनको नजरबंद करके रखा गया है। इसपर आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार को भाजपा ने हाईजैक कर लिया, वो पहले इसका जवाब दें। जेडीयू के पास इसका जवाब नहीं है।
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, “कांग्रेस पार्टी को यह बात अब समझ में आ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल या नामुमकिन है। वे लगातार प्रचार अभियान के दौरान लोगों से ऐसे वादे करते रहते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। अब, वे लोगों के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं!”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट पर लिखा, “आज कांग्रेस की सरकार वाले किसी भी राज्य को देख लीजिए- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना – विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। उनकी तथाकथित गारंटियां अधूरी हैं, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है। ऐसी राजनीति का शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभों से वंचित किया जाता है, बल्कि उनकी मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर किया जाता है।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट पर लिखा, “कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी विकास के काम करने की बजाय पार्टी की अंदरूनी राजनीति और लूट में व्यस्त है। इतना ही नहीं, वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस लेने जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता। तेलंगाना में किसान अपने वादे के मुताबिक कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। इससे पहले छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने कुछ भत्ते देने का वादा किया था, जो पांच साल तक लागू नहीं हुए। कांग्रेस किस तरह काम करती है, इसके कई उदाहरण हैं।”