January 21, 2025
National

पीएम मोदी ने बिरसा की जन्मभूमि से शुरू की ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’, 50 हजार करोड़ की योजनाएं देश को समर्पित

PM Modi starts ‘Vikas Bharat Sankalp Yatra’ from Birsa’s birthplace, schemes worth Rs 50 thousand crore dedicated to the country

रांची, 15 नवंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती पर झारखंड के खूंटी में उनकी जन्मस्थली उलिहातू से बुधवार को 50 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं देश को समर्पित की। उन्होंने आगामी 26 जनवरी तक चलने वाली ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ और प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी महान्याय अभियान ‘पीएम जन मन’ की शुरुआत की। पीएम ने प्रधानमंत्री किसान योजना की 15वीं किस्त की 18 हजार करोड़ रुपए की राशि भी जारी की।

रांची के बिरसा मुंडा म्यूजियम और उलिहातू में बिरसा मुंडा के गांव में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद खूंटी जिला मुख्यालय में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25 सालों के कालखंड को विकास का अमृत काल के रूप में निर्धारित किया है और इसके लिए चार अमृत स्तंभ तय किए हैं।

उन्होंने भारत की महिलाओं, किसानों-पशुपालकों, नौजवानों और मध्यम-गरीब वर्ग को चार स्तंभ बताते हुए कहा कि इन चारों को हम जितना मजबूत करेंगे, विकास की इमारत उतनी ही ऊंची होगी।

‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसके जरिए हमारी सरकार मिशन मोड में देश के गांव-गांव जाएगी। हर गरीब और वंचित को सरकारी योजनाओं का लाभार्थी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम उस भारत के संकल्प के लेकर काम कर रहे हैं, जहां हर गरीब के पास मुफ्त राशन वाला कार्ड, नल से जल, पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज का आयुष्मान कार्ड, गरीब के पास अपना पक्का घर, हर किसान और मजदूर को पेंशन और हर हकदार नौजवान को मुद्रा योजना का लाभ गारंटी के साथ मिले।

24 हजार करोड़ की लागत से शुरू की गई पीवीटीजी मिशन की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 22 हजार गावों में रह रही ऐसी 75 जनजातीयों की पहचान की है, जो पिछड़ों में भी अतिपिछड़े हैं। ये आदिवासियों में भी सबसे पीछे रह गए आदिवासी हैं। इनकी संख्या लाखों में है और विलुप्त होने के कगार पर हैं। यह योजना इनकी जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।

देशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की संघर्ष गाथा हर देशवासी को प्रेरणा से भर देती है। तिलका मांझी, सिदो-कान्हू, नीलाबंर-पीतांबर, फूलो-झानो जैसे अनेक वीर-वीरांगनाओं ने देश का गौराव बढ़ाया है। देश का कोई ऐसा कोना नहीं है, जहां आदिवासी नायकों ने ब्रिटिश साम्राज्य से लोहा नहीं लिया। देश इनका आज भी ऋणी है। आजादी के बाद ऐसे वीर-वीरांगनाओं के साथ न्याय नहीं हुआ। अमृत महोत्सव के दौरान हमने ऐसे वीर-वीरांगनाओं को याद किया और उनकी स्मृतियों को जन-जन तक पहुंचाया।

मोदी ने वर्ष 2014 से लेकर अब तक अपनी सरकार की उपलब्धियां विस्तारपूर्वक गिनाईं। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले गांवों में स्वच्छता का दायरा 40 प्रतिशत से कम था। आज हम शत-प्रतिशत के लक्ष्य के करीब हैं। एलपीजी कनेक्शन 50-55 प्रतिशत घरों में था, 100 प्रतिशत घरों को धुएं से मुक्ति के लक्ष्य के पास है। पहले मात्र 55 प्रतिशत बच्चों को ही जीवन रक्षक टीके लग पाते थे, शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हो रहा है। सात दशकों में 17 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक नल से जल की सुविधा थी। जल जीवन मिशन से आज 70 प्रतिशत तक नल का पानी पहुंच रहा है।

जनसभा को सीएम हेमंत सोरेन और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व सांसद कड़िया मुंडा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी मौजूद रहे।

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