प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी के आवास पर मकर संक्रांति समारोह में शामिल होंगे। 6 अशोक रोड पर होने वाले इस कार्यक्रम में तेलुगू राज्यों (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) के शीर्ष भाजपा नेता और सांसद भी मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के शाम 5 बजे पहुंचने की उम्मीद है। इस समारोह में पारंपरिक उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मकर संक्रांति का पर्व तीन दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान पुरानी चीजें फेंककर नई लाई जाती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने एक्स के जरिए सभी तेलुगूभाषियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा, सभी को पतंगों वाली और खुशियों से भरपूर संक्रांति की ढेर सारी बधाई।
मकर संक्राति पर सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं, जिसके कारण से इसे उत्तरायण पर्व भी कहते हैं। इसके अलावा मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन सूर्य धनु राशि की अपनी यात्रा को विराम देकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन खासकर उत्तर भारत में खिचड़ी पकाने की परंपरा होती है। लोग इस दिन तिल और गुड़ का सेवन करते हैं, जो शुभ माना जाता है।
हर साल 14 जनवरी (या लीप वर्ष में 15 जनवरी) को मनाया जाने वाला यह त्यौहार सूर्य के उत्तर दिशा में जाने का प्रतीक है, जो सूर्य देवता को समर्पित है और नई शुरुआत का प्रतीक है।
इस उत्सव में रंग-बिरंगी सजावट, पतंगबाजी और सामुदायिक समारोहों का आयोजन किया जाता है। कुछ क्षेत्रों में ग्रामीण बच्चे घर-घर जाकर गीत गाते हैं और मिठाइयां इकट्ठा करते हैं।
ये त्योहार ऋतु परिवर्तन का भी प्रतीक हैं, जो शीत ऋतु के जाने और वसंत ऋतु के आगमन का संकेत देते हैं और लोगों को खुशी से भर देते है।
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