प्रसिद्ध लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वदेशी अपनाओ’ संदेश की सराहना की। उनका कहना है कि आज जब प्रधानमंत्री देशवासियों से आत्मनिर्भर बनने की अपील करते हैं, तो यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि भारत को मजबूत बनाने का रास्ता भी है।
आईएएनएस से बात करते हुए मालिनी अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में जो बात कही, वह हर भारतीय को अपने आत्मसम्मान को पहचानने के लिए प्रेरित करती है।
उन्होंने कहा, “स्वदेशी अपनाने का, स्वदेशी होने का और देश के प्रति स्वाभिमान जगाने का जो संदेश दिया गया है, मुझे लगता है कि यही असली नेतृत्व है। यही सच्चा नेता है, जो राष्ट्र का स्वाभिमान जगाए और एक-एक नागरिक को यह विश्वास दे कि वह कर सकता है।”
उन्होंने कहा कि भारत एक बहुत बड़ा देश है, हमारी जनसंख्या विशाल है, हमारे पास संसाधन हैं, हुनर है, तकनीक है और सबसे बड़ी बात, हमारे पास नई सोच रखने वाले युवा हैं। ऐसे में हमें किसी और के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है।
मालिनी अवस्थी ने प्रधानमंत्री के ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘हैंडलूम डे’ पर दिए गए संदेशों की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री हैंडलूम डे पर कहते हैं कि ‘स्वदेशी अपनाओ’, तो वे सिर्फ कपड़ों की बात नहीं कर रहे होते, वे आत्मनिर्भर बनने की सोच की बात भी कर रहे होते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात पर भी मालिनी अवस्थी ने कहा, “प्रधानमंत्री जी की जिनपिंग के साथ तस्वीर बहुत सुखद है। मुझे हमेशा से लगता है कि भारत और चीन स्वाभाविक पड़ोसी हैं। अगर भारत-चीन एक साथ आएं, तो पूरी दुनिया एक तरफ हो जाएगी।”
उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-चीन संबंध केवल व्यापार तक सीमित न रहें, बल्कि लंबे समय तक स्थिर और मजबूत बने रहें। मालिनी अवस्थी का मानना है कि स्वदेशी अपनाना और पड़ोसियों के साथ मजबूत रिश्ते बनाना ही आज के भारत की असली जरूरत है।