अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एवं पुलिस आयुक्त (सीपी) ममता सिंह ने शनिवार देर रात जिले में कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। इस बीच, यातायात पुलिस ने रविवार को सोनीपत की मुख्य सड़कों पर विशेष अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया।
पुलिस आयुक्त ममता सिंह ने यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया तथा एनएच-334बी से खरखौदा तक सभी नाकों और पीसीआर की जांच की।
सोनीपत में कांवड़ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए जिला पुलिस और प्रशासन पूरी तरह तैयार है। श्रावण मास में महाशिवरात्रि के अवसर पर हजारों कांवड़िये अपने गांवों या अपने क्षेत्रों में स्थित शिव मंदिरों में चढ़ाने के लिए गंगा जल लेने हरिद्वार जाते थे।
एडीजीपी ममता सिंह ने सोनीपत जिले में सभी नाकों की जांच की और एनएच 334बी से खरखौदा तक पीसीआर और ईआरवी की भी जांच की, इसके अलावा दिल्ली जाने वाली सड़क पर सुरक्षा व्यवस्था का भी निरीक्षण किया।
इस अवसर पर डीसीपी (यातायात) नरेंद्र कादयान और एसीपी (मुख्यालय) अजीत सिंह भी उपस्थित थे।
पुलिस प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए तीन मुख्य मार्ग निर्धारित किए हैं—पानीपत से गोहाना और रोहतक तक एनएच 71-ए, बड़ौत से सोनीपत होते हुए झज्जर तक एनएच 334-बी, और सोनीपत-गोहाना मार्ग। यात्रा के दौरान कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन मार्गों पर कुछ स्थानों पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
यातायात के सुचारू प्रवाह के लिए एक विशेष डायवर्जन योजना लागू की गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने 18 जुलाई से बहालगढ़ से बागपत की ओर आने वाले भारी वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। 18 से 23 जुलाई तक केवल उत्तर प्रदेश से आने वाले कांवड़ियों को ही सोनीपत में प्रवेश की अनुमति होगी।
सुरक्षा कारणों से सोनीपत पुलिस ने साइबर सेल और अपनी सभी खुफिया इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा है। रास्ते पर ड्रोन से नज़र रखी जाएगी और जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएँगे। पुलिस सोशल मीडिया पर भी लगातार नज़र रख रही है।