भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से किए जाने पर ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश और हम चाहते थे कि तिरंगा पीओके में लहराए साथ ही बलूचिस्तान को भी आजादी मिले। किसने सेना के पराक्रम पर सवाल किया? हमारी सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया का अपमान किसने किया?
ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “जो सरकार नाकाम है वो अपनी नाकामी छुपाने के लिए दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाएगी। सीजफायर किसने किया? युद्ध से पीछे कौन हटा? पूरा देश यही चाहता था और हम भी चाहते थे कि तिरंगा पीओके में लहराए। साथ ही बलूचिस्तान को भी आजादी मिले। किसने सेना के पराक्रम पर सवाल किया? हमारी सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया का अपमान किसने किया? मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इन बातों का जवाब प्रधानमंत्री या अमित मालवीय के पास है। ये पचा नहीं पा रहे हैं, जिस तरह से 1971 में इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे और पूरा देश चाहता था कि इस बार ऐसी कार्रवाई हो, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति ने साफतौर पर कहा कि सीजफायर करो, नहीं तो व्यापार बंद कर देंगे। ये लोग सेना पर टिप्पणी करते हैं, मगर उससे पहले इन्हें अपना चरित्र देखना चाहिए।”
मध्य प्रदेश के मंत्री कुंवर विजय शाह मामले पर अजय कुमार लल्लू ने कहा, “मोहन सरकार लगातार उन्हें बचा रही है। जब मीडिया ने उनसे सवाल किया तो कार्रवाई करने की बजाय बहस करने लगे। उन्हें बर्खास्त क्यों नहीं किया गया? किसका डर उन्हें रोक रहा है? हाई कोर्ट हस्तक्षेप कर रहा है, मामले चल रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद भी वह मंत्री अपनी जगह पर डटे हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिलने और नवाज का बर्थडे मनाने वहां जा सकते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि वह किसे बताकर गए थे? सर्वदलीय बैठक में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सरकार के साथ हैं। तब प्रधानमंत्री किसी भी बैठक में नहीं आए। जब ‘आपरेशन सिंदूर’ समाप्त हुआ तो पूरा देश सेना के पराक्रम और शौर्य को सलाम कर रहा था। उसके बाद खड़गे और राहुल गांधी ने विशेष सत्र बुलाने की मांग की, ताकि सेना के शौर्य को नमन किया जाए।”
अजय कुमार लल्लू ने विदेश मंत्री जयशंकर पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान पर हमला करने से पहले सूचना दे दी तो उन्होंने किसके कहने पर ऐसा किया? आपने सूचना लीक की? सेना की जो कार्रवाई हो रही थी, उससे कहीं न कहीं सेना की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया गया। इसका जवाब कौन देगा? क्या प्रधानमंत्री इसका जवाब देंगे?”