कोलकाता, 25 दिसंबर । वरिष्ठ नन और श्री शारदा मठ और रामकृष्ण शारदा मिशन की सेक्रेटरी प्रव्रजिका अमलप्राणा का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष की थीं।
उनका निधन रविवार रात को हुआ। रामकृष्ण शारदा मिशन के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि वह काफी समय से उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थीं और रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान में उनका इलाज चल रहा था। उन्हें 22 अक्टूबर को वहां भर्ती कराया गया था।
20 दिसंबर को उन्हें वेंटिलेशन में रखा गया था और उनका डायलिसिस भी किया जा रहा था।
प्रव्रजिका मोक्षप्राणा के निधन के बाद, उन्होंने 1999 में श्री शारदा मठ और रामकृष्ण शारदा मिशन की जनरल सेक्रेटरी का पद संभाला।
उनका जन्म 1931 में मैसूर में हुआ था। एक उच्च शिक्षित महिला, प्रवाजिका अमलप्राना मैसूर विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर में गोल्ड मेडलिस्ट थीं।
लेकिन वह बहुत कम उम्र से ही श्री रामकृष्ण परमहंस, माँ शारदा और स्वामी विवेकानन्द की शिक्षाओं से प्रेरित होकर आध्यात्मिक काम में जुट गई।
अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि दीक्षा के बाद, वह 1957 में श्री शारदा मठ और रामकृष्ण शारदा मिशन में शामिल हो गईं। 1965 में उन्होंने एक नन का जीवन अपनाया और तब से उन्होंने मुख्य रूप से श्री शारदा मठ और रामकृष्ण शारदा की शिक्षा शाखाओं में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया।
वह 1983 में मिशन की कार्यकारी समिति की सदस्य बनीं और 1994 में वह संस्था की सहायक सचिव बनीं।
उनके ज्ञान और अत्यधिक स्नेही स्वभाव के कारण उनके अनुयायियों ने उनकी खूब प्रशंसा की।