भोपाल, 3 जून । मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों पर होने वाली मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस दौरान चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त 116 प्रेक्षक (ऑब्जर्वर) मौजूद रहेंगे।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रदेश में 29 संसदीय क्षेत्रों की मतगणना 52 जिला मुख्यालयों पर 4 जून को प्रातः 8 बजे से होगी। गर्मी को देखते हुए मतगणना स्थल पर पेयजल, कूलर, एम्बुलेंस सहित सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। मतगणना स्थल पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। केवल अधिकृत पासधारी व्यक्ति ही मतगणना सेंटर में प्रवेश कर सकेंगे। मतगणना कर्मियों का तृतीय रैंडमाइजेशन 4 जून को सुबह 5 बजे होगा। उसके बाद ही कर्मचारी को पता चल सकेगा कि उसकी किस टेबल पर ड्यूटी है।
उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए ऑब्जर्वर के बारे में बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 29 लोकसभा क्षेत्रों के अन्तर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के लिए नियुक्त 116 प्रेक्षकों की उपस्थिति में मतगणना होगी। राज्य में 230 विधानसभा क्षेत्र हैं। इस तरह एक प्रेक्षक के पास दो विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी रहेगी। वहीं, छिंदवाड़ा में तीन प्रेक्षक रहेंगे। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गणना की जाएगी।
उन्होंने बताया कि काउंटिंग की एक टेबल पर चार लोग होते हैं। माइक्रो आब्जर्वर के रूप में केंद्रीय कर्मचारी हर टेबल पर रहेंगे। पोस्टल बैलेट की गिनती रिटर्निंग ऑफिसर के कक्ष में होगी। काउंटिंग हॉल, काउंटिंग परिसर में सीसीटीवी है, ईवीएम को मतगणना स्थल तक ले जाने वाले काॅरिडोर पर भी सीसीटीवी लगे हैं और जब से स्ट्रांग रूम बना है तब से सीसीटीवी लगे हुए हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि 85 से अधिक वर्ष की आयु के लोगों ने घर से वोटिंग की है, उनकी संख्या 35,211 है। दिव्यांग साथी जो 40 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांग थे, उन्होंने भी घर से मतदान किया, उनकी संख्या 12,816 है। चार श्रेणी को आवश्यक सेवा घोषित किया गया था। इस श्रेणी में 1,432 लोगों को घर से वोट देने की सुविधा का लाभ लिया। मतगणना के लिए 230 विधानसभा क्षेत्रों में 3,883 टेबल हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए 242 टेबल हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती 29 स्थान पर हो रही है। सबसे ज्यादा 24 राउंड पवई विधानसभा (पन्ना जिले) और सबसे कम सेवढा में 12 राउंड होगी।