कुरुक्षेत्र के उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि आगामी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव (आईजीएम) को यादगार और सफल बनाने के लिए नोडल अधिकारियों और समितियों को दायित्व सौंपे गए हैं। 21 दिवसीय आईजीएम-25, 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर तट पर आयोजित किया जाएगा। सरस और शिल्प मेले 21 दिनों तक चलेंगे, जबकि मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक आठ दिनों तक चलेंगे।
इस महोत्सव के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के कुरुक्षेत्र आने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री के 25 नवंबर को प्रस्तावित अपने दौरे के दौरान ब्रह्म सरोवर जाने की भी उम्मीद है।
डीसी ने कहा कि इस महोत्सव को यादगार और सफल बनाने के लिए सभी नोडल अधिकारी अपनी समिति के सदस्यों के साथ मिलकर पूरी लगन और परिश्रम से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने स्तर पर तैयारियों की पहले से समीक्षा कर लें ताकि किसी भी प्रकार की कमी न रह जाए। उन्होंने कहा कि यद्यपि महोत्सव 15 नवंबर से शुरू हो रहा है, फिर भी इस आयोजन के अंतर्गत 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ देश-विदेश के आम लोग अपने मोबाइल नंबर से पंजीकरण करा सकते हैं, जिसमें ओटीपी पासवर्ड और लॉगिन आईडी दोनों के रूप में काम करेगा। प्रतिदिन पांच बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनका प्रतिभागियों को उत्तर देना होगा। मीणा ने नागरिकों से बड़ी संख्या में भाग लेने और दूसरों को भी इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने की अपील की। 16 नवंबर को गीता दौड़ का भी आयोजन किया जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता महोत्सव की बजाय, पूरे हरियाणा में चार दिवसीय कार्यक्रम मनाया जाएगा। कुरुक्षेत्र जिले में, लाडवा, पेहोवा और शाहाबाद में कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।

