नई दिल्ली, 27 जून । संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों का जिक्र कर जहां अपनी सरकार की हौसला अफजाई की, वहीं नीट एग्जाम में हुई धांधली में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता से भी संसद सदस्यों को अवगत कराया।
राष्ट्रपति ने अभिभाषण के दौरान नीट एग्जाम में हुई धांधली पर कहा कि आगामी दिनों में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और निकट भविष्य में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी परीक्षा में कोई भी धांधली ना हो। उन्होंने कहा, “परीक्षाओं में पेपर लीक और अनियमितताओं के मामलों की उच्च स्तर पर जांच की जा रही है। सरकारी भर्तियों और परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
इसके अलावा उन्होंने नीट एग्जाम में हुई धांधली को लेकर विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राजनीति पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “सभी को पक्षपातपूर्ण राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है।“
बता दें कि बीते दिनों नीट एग्जाम का पेपर लीक हो गया था, जिसके बाद लाखों विधार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार के संरक्षण में लाखों विधार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है, जबकि सत्तारूढ़ दल ने स्पष्ट कर दिया है कि मामले की जांच जारी है। पेपर लीक में शामिल आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और इसके अलावा निकट भविष्य में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी कोई भी परीक्षा लीक ना हो।
हालांकि, इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। मामले में संलिप्त कई आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनसे पूछताछ जारी है। पूछताछ में कई परतें खुल रही हैं। बीते दिनों एनटीए से जब इस संबंध में सवाल किया गया तो एनटीए कोई भी स्पष्ट बयान देने से बचता हुआ नजर आया। इसके बाद एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार को पद से हटा दिया गया।