राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी का स्वागत किया। उन्होंने उनके सम्मान में एक भोज का भी आयोजन किया।
भारत की दूसरी राजकीय यात्रा पर आए अल थानी का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कतर के साथ भारत के संबंध सदियों पुराने इतिहास से जुड़े हैं। कतर भारत के साथ पश्चिम एशिया के वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों का एक अभिन्न अंग रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत और कतर के बीच बहुआयामी जुड़ाव और सहयोग सहजता और सद्भावना द्वारा चिह्नित है। दोनों देश व्यापार, निवेश, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और ऊर्जा के क्षेत्र में विश्वसनीय भागीदार हैं।
उन्होंने कहा, “हमें नवाचार, प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप के क्षेत्रों में अपने सहयोग को व्यापक बनाने के लिए दोनों देशों की संबंधित शक्तियों का भी लाभ उठाना चाहिए।”
राष्ट्रपति ने कहा, “दोनों देशों को न केवल हमारे लोगों बल्कि दुनिया के सभी लोगों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करना चाहिए।”
दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भारत-कतर संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ाने से और भी करीबी जुड़ाव का रोडमैप तैयार होगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने भारत-कतर संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें व्यापार, ऊर्जा, निवेश, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
दोनों नेताओं ने नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में व्यापक बातचीत की और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी संबंध स्थापित करने के अलावा, दोनों नेताओं ने दोहरे कराधान से बचने और आय पर करों के संबंध में राजकोषीय चोरी की रोकथाम पर एक समझौते का आदान-प्रदान भी किया।
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