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विपक्ष ने संयुक्त उम्मीदवार उतारने का फैसला किया

Opposition Leader for Presidential Election

New Delhi: TMC leader and West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee, SP chief Akhilesh Yadav, PDP leader Mehbooba Mufti during the Opposition leaders meeting for the upcoming Presidential Poll, at Constitution Club of India in New Delhi on Wednesday, June15, 2022. NCP Chief Sharad Pawar and Congress leader Mallikarjun Kharge were also seen.

नई दिल्ली,  विपक्षी दलों ने बुधवार को अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यहां बुलाई गई विपक्षी नेताओं की एक बैठक में यह फैसला किया गया। विपक्ष सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार के समक्ष अपना एक मजबूत उम्मीदवार उतारने पर सहमत हुआ है।

इस बैठक में अगले राष्ट्रपति चुनाव में एक आम उम्मीदवार को उतारने का प्रस्ताव पारित किया गया।

विपक्ष की ओर से बैठक के बाद एक बयान में कहा गया, “आगामी राष्ट्रपति चुनाव में जो भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर हो रहा है, हमने एक ऐसे आम उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला किया है, जो वास्तव में संविधान के संरक्षक के रूप में काम कर सके और मोदी सरकार को भारतीय लोकतंत्र और भारत के सामाजिक ताने-बाने को और नुकसान पहुंचाने से रोक सके।”

इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि सभी महत्वपूर्ण राजनीतिक दलों ने अपने प्रतिनिधि भेजे और कई वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल हुए।

उन्होंने कहा, “एक या दो दल बैठक में शामिल नहीं हुए और उनके पास अपने कारण होंगे। बैठक में सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से शरद पवार का नाम लिया। अगर पवार तैयार हैं, तो ठीक है। अगर नहीं, तो राजनीतिक दलों के लिए नाम सामने आएंगे। इस पर (नाम पर) चर्चा की जाएगी और निर्णय लिया जाएगा। आज शुरुआत है और मुझे लगता है कि इतने महीनों के बाद हम एक साथ बैठे हैं और हम इसे फिर से करेंगे.. देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में चल रहे बुलडोजर के लिए.. हर संस्था का राजनीतिक रूप से पूरी तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है और यह आवश्यक है कि हमें एक साथ बैठना चाहिए।”

बैठक में मौजूद एक विपक्षी नेता ने कहा कि तृणमूल सुप्रीमो ने एनसीपी प्रमुख पवार के नाम का प्रस्ताव रखा था और सभी ने इस पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा, “लेकिन पवार ने इनकार कर दिया है और कहा है कि वह अपनी मृत्यु तक राजनीति में सक्रिय रहेंगे।”

बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी उम्मीदवार के लिए फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी के नाम भी सुझाए, लेकिन इन नामों पर कोई चर्चा नहीं हुई। पता चला है कि प्रत्याशी को अंतिम रूप देने के लिए विपक्षी नेता 21 जून को फिर बैठक करेंगे।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “कांग्रेस यह सुनिश्चित करने में रचनात्मक भूमिका निभाएगी कि आज (बुधवार) दोपहर यहां इकट्ठी हुई पार्टियां अगले कुछ दिनों में आम सहमति के उम्मीदवार पर पहुंचें। आइए हम सक्रिय रहें और प्रतिक्रियाशील न हों। कांग्रेस के पास कोई खास उम्मीदवार नहीं है। यह आप सभी के साथ बैठक करेगी और सभी को स्वीकार्य उम्मीदवार तक पहुंचेगी।”

पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा, राकांपा प्रमुख पवार, कांग्रेस से खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सिंह सुरजेवाला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, द्रमुक के टी. आर. बालू, शिवसेना की प्रियंका चतुवेर्दी, राजद के मनोज झा और अन्य लोग इस बैठक में शामिल हुए।

राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होगा और मतगणना 21 जुलाई को होगी।

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