मुंबई, 8 नवंबर । उद्धव ठाकरे (शिवसेना) गुट के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि उन पर भी भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव बनाया गया था, लेकिन वह झुके नहीं। जो लोग भाग कर गए वह मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री बन गए।
मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, अब यह बात छिपी नहीं है। चाहे शिवसेना हो या राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी। ईडी की डर से ही पार्टी के नेताओं को तोड़ा गया है। लेकिन, हम लड़ते रहेंगे। अब धीरे-धीरे ईडी का डर खत्म हो रहा है, क्योंकि लोकसभा चुनाव परिणाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बहुमत गंवाया है। अब ईडी भी ठिकाने में आई है और आने वाले चुनाव में हमारा यह संघर्ष जारी रहेगा, हम लड़ते रहेंगे।
भाजपा में आने के लिए शिवसेना नेता पर दबाव था क्या था। इस पर उन्होंने कहा, मेरे ऊपर दबाव था। अनिल देशमुख पर था। जो भागकर चले गए, वह मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री बन गए। सामने एक प्रस्ताव रखा गया था जेल जाना है या फिर मुख्यमंत्री बनना है। लोगों ने मुख्यमंत्री और मंत्री बनने का रास्ता चुना, हमने जेल जाने का रास्ता चुना। क्योंकि हम स्वाभिमानी हैं और महाराष्ट्र प्रेमी हैं।
संजय राउत ने कहा, ‘तीन साल पहले मैंने तत्कालीन राज्यसभा के अध्यक्ष वैंकेया नायडू को एक पत्र लिखा था। पत्र में मैंने बताया था कि किस प्रकार से मेरे ऊपर भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।“
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस द्वारा एक वीडियो पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, देखिए यह खेल उनका पुराना हो चुका है, यह खेल महाराष्ट्र में नहीं चलेगा, यह खेल लोकसभा चुनाव में भी नहीं चला। इस राज्य में न कोई बंटेगा और न ही कोई कटेगा। बीजेपी वाले खुद बंटे हुए हैं और दूसरों को बांटने की बात करते हैं। योगी आदित्यनाथ मुंबई आने वाले हैं तो उनके नाम से यह घोषणा लगी है कि बटेंगे तो कटेंगे। योगी आदित्यनाथ चार भाई हैं और वह 40 साल में एक साथ नहीं मिले हैं। कौन लोग बंटे हुए हैं। वह अपने माता-पिता से नहीं मिल सकते। अपने पिता जी के देहांत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिवार बंटा हुआ है। आप क्या बाटेंगे और काटेंगे।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा उठाए गए लाउडस्पीकर मुद्दे पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, “वह अभी भी सत्ता में हैं। अगर राज ठाकरे मोदी और शाह के समर्थन में खड़े हैं, तो सत्ता उनके हाथ में है। जब उनके पास इतनी बड़ी शक्ति है, तो उन्हें कौन रोक रहा है? यह ड्रामा बंद करो।”