मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालीं, नारी शक्ति और वीरता की प्रतीक रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के प्रमुख नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “मां भारती की अमर वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। आजादी के पहले संग्राम में उनकी वीरता और पराक्रम की कहानी आज भी देशवासियों को जोश और जुनून से भर देती है। मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए उनके त्याग और संघर्ष को कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं सकता।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “मातृभूमि की रक्षा को जीवन का सर्वोच्च ध्येय बनाने वालीं रानी लक्ष्मीबाई जी ने अपनी दूरदृष्टि से सन् 1857 की क्रांति को आकार देने में अविस्मरणीय भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी वीरता, अद्भुत शौर्य और पराक्रम से अंग्रेजों की कूटनीति से लेकर युद्ध के मैदानों तक दांत खट्टे किए। हर देशवासी को उनकी वीरगाथा अवश्य पढ़नी चाहिए और मातृभूमि के प्रति त्याग व समर्पण की प्रेरणा लेनी चाहिए। महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जी को उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से वंदन करता हूं।”
लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने भी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन किया। स्पीकर ओम बिरला ने कहा, “अल्पायु में ही अप्रतिम साहस, शौर्य और स्वाभिमान के बल पर रानी लक्ष्मीबाई ने औपनिवेशिक शासन को कड़ी चुनौती दी और मातृभूमि के लिए जीवन न्योछावर कर सदा के लिए अमर हो गई। उनकी वीरता ने न केवल करोड़ों भारतीयों में नया जोश भरा, बल्कि दुनिया को बता दिया कि भारत की बेटियां जब उठ खड़ी होती हैं, तो कोई ताकत उन्हें रोक नहीं सकती।”
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रानी लक्ष्मीबाई को नारी शक्ति, शौर्य और अदम्य साहस की प्रतीक बताते हुए उन्हें नमन किया। शिवराज सिंह चौहान ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “मातृभूमि के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान कर देने वाली वीरांगना की गौरवगाथा सदैव भावी पीढ़ियों को राष्ट्र और समाज की उन्नति के लिए प्रेरित करती रहेंगी।”

