सोनीपत, 21 जून एनएच-44 पर नालों की सफाई को लेकर हुए हंगामे के एक दिन बाद, एलिवेटेड हाईवे और हाईवे से सटे नालों का रखरखाव कर रही निजी कंपनी एलएंडटी ने जिला प्रशासन को सात दिनों के भीतर एलिवेटेड हाईवे के दोनों ओर के नालों की सफाई का आश्वासन दिया है।
इसके अलावा नालों की सफाई की जांच और इस संबंध में सर्वेक्षण करने के लिए छह सदस्यीय समिति गठित की गई है। यह समिति 48 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। समिति 48 घंटे के भीतर पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज को विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी।
विधायक विज बुधवार को संजय चौक के पास शहर से गुजरने वाले एलिवेटेड हाईवे से सटे नालों की सफाई का जायजा लेने पहुंचे। नाले में गंदगी और कीचड़ भरा देखकर विधायक ने एलएंडटी कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और जमकर फटकार भी लगाई।
विज ने अधिकारियों से कहा कि मानसून आने वाला है, लेकिन कंपनी द्वारा नालों की सफाई नहीं की गई है। हर साल निवासियों और यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कंपनी पर पिछले 15 सालों से नालों की सफाई नहीं करने का आरोप भी लगाया।
इस बीच, नगर निगम आयुक्त साहिल गुप्ता, एसडीएम मंदीप, संयुक्त आयुक्त नगर निगम मणि त्यागी समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उपायुक्त वीरेंद्र कुमार दहिया वहां पहुंचे और एलएंडटी के अधिकारियों को फटकार लगाई तथा चेतावनी दी कि यदि बारिश के दौरान एनएच-44 पर पानी जमा हुआ तो कंपनी और उसके अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।
डीसी ने एलएंडटी के अधिकारियों को नालों की ब्लूप्रिंट के साथ गुरुवार को अपने कार्यालय में तलब किया और कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नालों की सफाई कराएं, अन्यथा टोल को फ्री कर दिया जाएगा और कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
इसके बाद नगर निगम के अधिकारी, एलएंडटी के अधिकारी व अन्य लोग बैठक में पहुंचे और इस मुद्दे पर चर्चा की। अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता विधायक प्रमोद विज ने की। विधायक विज ने कहा कि एलएंडटी कंपनी एक सप्ताह के भीतर नालों की सफाई कर देगी तथा सफाई मशीनरी नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
विज ने कहा कि एलएंडटी नालों की सफाई पर नजर रखने और इन नालों का उचित सर्वेक्षण करने के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। विधायक ने कहा कि टीम 48 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।
डिप्टी कमिश्नर दहिया ने कहा कि एलएंडटी ने सात दिनों के भीतर नालों की सफाई करने का आश्वासन दिया है और नगर निगम के अधिकारी सफाई प्रक्रिया पर नज़र रखेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा करने में विफल रहे तो कंपनी और उसके अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।