राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मचारियों को सम्मान देने के लिए प्रयागराज में उनके साथ बैठकर खाना खाया।
उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छता के लिए सफाई कर्मचारियों का बहुत बड़ा योगदान है। वे गुरुवार को जिला सचिवालय में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की छोटी-छोटी समस्याएं हैं, जिनका समय पर समाधान किया जाना चाहिए तथा उन्हें माह के प्रथम सप्ताह में वेतन दिया जाना चाहिए।
पंवार ने कहा, “सफाई कर्मचारियों को कुछ स्थानों पर जोखिम भरा काम करना पड़ता है और इससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है, इसलिए उन्हें साल में दो बार पूरे शरीर की जांच करानी अनिवार्य है। प्रत्येक सफाई कर्मचारी के पास अच्छी गुणवत्ता वाला पहचान पत्र होना चाहिए, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप, पीएफ नंबर और चिकित्सा सुविधा से संबंधित नंबर दर्ज होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि प्रत्येक सफाई कर्मचारी को मौसम के अनुसार वर्दी पहननी चाहिए, जैसे सर्दियों में स्वेटर या जैकेट तथा रेनकोट। पंवार ने कहा, “सफाई कर्मचारियों के मुख्य स्थान पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम होना चाहिए ताकि वे वहां अपने कपड़े बदल सकें।”
उन्होंने कहा कि शिविर में सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकार व केंद्र सरकार की सभी योजनाओं के बारे में जागरूक किया जाए। सफाई कर्मचारी की मृत्यु होने पर 30 लाख रुपये, अस्थायी विकलांगता पर 10 लाख रुपये, स्थायी विकलांगता पर 20 लाख रुपये तथा मृत्यु होने पर 30 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है।
उन्होंने लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सीवेज में मृत सफाई कर्मचारी देवराज के परिवार को 30 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि एक महीने के भीतर उनके परिवार को दे दी जानी चाहिए।
इस अवसर पर उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार, पुलिस अधीक्षक राजीव देसवाल, अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, एसडीएम जगाधरी सोनू राम, डीएमसी नगर निगम डॉ. विजयपाल यादव, डीडीपीओ नरेंद्र सिंह व डीआईपीआर डॉ. मनोज कुमार भी उपस्थित थे।