जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने कांगड़ा के 69 अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन योजना (एनक्यूएएस) के तहत प्रमाणित कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वैश्विक मानदंडों को पूरा करना राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) मोटे तौर पर सेवा प्रावधान, रोगी अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएं, नैदानिक देखभाल, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और परिणाम के आठ क्षेत्रों के अंतर्गत व्यवस्थित हैं। ये मानक इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर क्वालिटी इन हेल्थ केयर (ISQUA) द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और व्यापकता, निष्पक्षता, साक्ष्य और विकास की कठोरता के मामले में वैश्विक मानदंडों को पूरा करते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सीएमओ कांगड़ा, डॉ. राजेश गुलेरी ने द ट्रिब्यून से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं के साथ-साथ सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।
एनक्यूएएस वर्तमान में जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी और शहरी पीएचसी के लिए उपलब्ध हैं। मानक मुख्य रूप से प्रदाताओं के लिए पूर्व-निर्धारित मानकों के माध्यम से सुधार के लिए अपनी स्वयं की गुणवत्ता का आकलन करने और प्रमाणन के लिए अपनी सुविधाओं को लाने के लिए हैं। एनक्यूएएस को मोटे तौर पर सेवा प्रावधान, रोगी अधिकार, इनपुट, सहायता सेवाएं, नैदानिक देखभाल, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्ता प्रबंधन और परिणाम के आठ क्षेत्रों के तहत व्यवस्थित किया गया है। उन्होंने कहा कि ये मानक इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर क्वालिटी इन हेल्थ केयर (आईएसक्यूए) द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और व्यापकता, निष्पक्षता, साक्ष्य और विकास की कठोरता के मामले में वैश्विक मानदंडों को पूरा करते हैं।
डॉ. गुलेरी ने बताया कि कांगड़ा जिले में धर्मशाला के क्षेत्रीय अस्पताल को पहले ही एनक्यूएएस के तहत प्रमाणित किया जा चुका है। जिले के 12 अन्य अस्पतालों को गुणवत्ता मानकों के तहत राज्य स्तर पर प्रमाणित किया जा चुका है। हमने अब जिले के 69 अस्पतालों को एनक्यूएएस के तहत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में इन अस्पतालों को राज्य स्तर पर और फिर एनक्यूएएस के तहत पंजीकृत किया जाएगा।
डॉ. गुलेरी ने कहा कि एनक्यूएएस के तहत प्रमाणित होने वाले 69 संस्थानों में कार्यरत डॉक्टरों को औपचारिकताएं पूरी करने और एनक्यूएएस के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि एनक्यूएएस के तहत पंजीकृत होने के बाद अस्पतालों को प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे।
सीएमओ ने कहा कि यदि कांगड़ा के 69 अस्पतालों को एनक्यूएएस के तहत पंजीकृत कर दिया जाए तो इससे जिले में स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि एनक्यूएएस के तहत मानक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित हैं।