दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) द्वारा पुराने बिजली के खंभों को बदलने का काम सिरसा निवासियों के लिए बड़ी परेशानी बन गया है। हालांकि कई महीनों पहले विभिन्न गलियों और सड़कों पर नए खंभे लगाए गए थे, लेकिन उनमें से कई खंभे अभी भी उपेक्षित हैं, जिससे दैनिक जीवन बाधित हो रहा है और प्रमुख क्षेत्रों तक पहुंच अवरुद्ध हो रही है।
रिहायशी कॉलोनियों और व्यस्त बाजारों में ये खंभे परेशानी का सबब बन गए हैं। प्रीत नगर निवासी सुखनप्रीत ने बताया, “मेरे घर के पार्किंग एरिया के सामने एक खंभा महीनों से पड़ा हुआ है। इसने जगह को पूरी तरह से बंद कर दिया है, जिससे गाड़ियां पार्क करना नामुमकिन हो गया है।”
चांदनी चौक से भी ऐसी ही शिकायतें आई हैं, जहां एक निजी शोरूम के बाहर महीनों से खंभा पड़ा हुआ है। स्थानीय निवासी रोहित राज ने बताया, “हमने डीएचबीवीएन एसडीओ को कई बार सूचित किया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ये खंभे न तो लगाए जाते हैं और न ही हटाए जाते हैं, जिससे दुकानदारों और ग्राहकों को परेशानी होती है।”
ये खंभे न केवल आंखों में खटकते हैं, बल्कि व्यावहारिक समस्याएं भी पैदा कर रहे हैं। लोग बंद सड़कों, संपत्तियों तक सीमित पहुंच और वाहनों को पार्क करने में कठिनाई से जूझ रहे हैं। निवासियों का दावा है कि उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है, जिससे उनकी निराशा और बढ़ गई है।
इन चिंताओं को संबोधित करते हुए डीएचबीवीएन सिटी डिवीजन के कार्यकारी अभियंता धीरज कुमार ने देरी की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा, “हम जिले में 9,000 खंभे बदल रहे हैं और कई टीमें इस परियोजना पर काम कर रही हैं। हमारा लक्ष्य मार्च, 2026 तक काम पूरा करना है। गलियों और सड़कों पर पड़े खंभे भी जल्द ही लगा दिए जाएंगे।”
इन आश्वासनों के बावजूद, निवासियों को लगता है कि काम की गति बहुत धीमी है। वे अवरुद्ध सड़कों को साफ करने और जल्द से जल्द खंभे लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।