यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि समय की मांग है कि प्राकृतिक खेती को बचाया जाए तथा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए।
अरोड़ा ने रविवार को देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से करहेड़ा गांव में अपने कृषि फार्म पर किसानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया। उन्होंने उन्हें फार्म पर जैविक कृषि उपज से बने गुड़ और चीनी के उत्पाद दिए।
अरोड़ा ने समाजसेवियों और किसानों को प्राकृतिक खेती के फायदों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अगर हर कोई प्राकृतिक रूप से उगाए गए कृषि उत्पादों का इस्तेमाल करे तो उसे कई बीमारियों से अपने आप ही छुटकारा मिल जाएगा। विधायक अरोड़ा ने कहा, “हमें जैविक उत्पादों से बनी खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर हम जैविक खाद का इस्तेमाल करेंगे तो हमारी फसलों की पैदावार में काफी बढ़ोतरी होगी और जमीन भी उपजाऊ बनेगी।” उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल शुरू की है।
अरोड़ा ने कहा, “इस पहल के तहत सरकार किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी और उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करेगी।” उन्होंने कहा कि जैविक खेती न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह किसानों के लिए भी फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के तहत उत्पादित फसलें रासायनिक खादों और कीटनाशकों से मुक्त होती हैं। आगंतुकों में सतपाल बहमनी, आशीष धीमान, नीतीश दुआ, रोहित हरजाई, भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग और भाजपा नेता अभिषेक अरोड़ा शामिल थे।
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