शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बच्चों के समग्र विकास के लिए उचित एवं उपयुक्त पोषण की आवश्यकता पर बल दिया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, छोटा शिमला में पोषण माह अभियान के समापन समारोह में बोलते हुए डीसी ने कहा कि बाल संरक्षण के लिए जिले में महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है।
मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने पोषण प्रदर्शनी का अवलोकन किया और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ तथा ‘एक बूटा बेटी के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया।
डीसी ने कहा कि बच्चों को शिक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह व्यक्ति को सशक्त बनाती है और राष्ट्र को मजबूत बनाती है। कश्यप ने कहा कि ‘पोषण माह’ अभियान को जमीनी स्तर पर सफलतापूर्वक लागू किया गया है और यह हर घर तक पहुँचा है। उन्होंने आगे कहा, “इस पहल के तहत पूरे जिले में लगभग 25,000 गतिविधियाँ आयोजित की गईं।”
डीसी ने आगे कहा, “आज माता-पिता जहाँ अपने बच्चों के पोषण के प्रति चिंतित हैं, वहीं उन्हें सामाजिक बुराइयों से दूर रखने का भी उतना ही ध्यान रखना चाहिए। पोषण केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी है।”
जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल ने बताया कि केंद्र सरकार के ‘पोषण 2.0 मिशन’ के तहत जिले में 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक पोषण माह 2025 मनाया गया। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और एक स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान देना था।
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