सांस्कृतिक विरासत और कलात्मक भक्ति के प्रति जीवंत श्रद्धांजलि स्वरूप, संस्कार भारती, धर्मशाला ने गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर रेडियो गुंजन में कला गुरु सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में हिमाचली लोक और शास्त्रीय परंपराओं के दिग्गजों को सम्मानित किया गया और क्षेत्रीय विरासत के संरक्षण के लिए उनके आजीवन समर्पण का सम्मान किया गया।
समारोह की अध्यक्षता पूर्व चुनाव आयुक्त केसी शर्मा ने की और कांगड़ा संभागीय आयुक्त विनोद कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर विद्वानों, कलाकारों और सांस्कृतिक पारखी लोगों ने श्रद्धा और संगीत की चमक से भरपूर एक शाम का आनंद लिया।
प्रतिष्ठित पुरस्कार विजेताओं में डॉ. युगल किशोर डोगरा (साहित्य कला सम्मान), डॉ. कंवर करतार (कला गुरु सम्मान), पवनेंद्र पवन (कला संवर्धन सम्मान) और द्विजेंद द्विज (कला गौरव सम्मान) शामिल थे। डॉ. जन्मेजय और उनके शिष्यों ने स्वागत गीत और “गुरु महिमा” की भावपूर्ण प्रस्तुतियों के साथ आध्यात्मिक स्वर स्थापित किया।
इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण प्रकाशनों का विमोचन किया गया: डॉ. गुलेरिया द्वारा लिखित लोकगीत संगीत और प्रोफेसर चंद्र रेखा डढवाल के साथ सह-संपादित लोकभाव स्वरांजलि – भाग III, जो हिमाचली लोक संगीत पर गहन विद्वता को दर्शाते हैं।
दिव्य हिमाचल के मुख्य संपादक अनिल सोनी, प्रसिद्ध लेखक डॉ. सूरत ठाकुर, इंटैक कांगड़ा के समन्वयक एलएन अग्रवाल और डॉ. महेश शर्मा सहित विशेष अतिथियों ने राज्य की मौखिक परंपराओं के दस्तावेजीकरण और संरक्षण की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।