रोहतक, 28 अगस्त। रोहतक में दलित समाज के लोगों ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सैकड़ों की संख्या में लोग विधायक भारत भूषण बतरा के खिलाफ बुधवार को सड़कों पर उतर आए। भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में उन्होंने विधायक के विरोध में पुतला फूंक दिया।
प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस पार्टी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और विधायक भारत भूषण बतरा के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। दलित समाज के लोगों ने कांग्रेस को दलित विरोधी बताया। उनका कहना है कि हुड्डा सरकार के समय दलितों पर अनेक अत्याचार हुए, दलितों को हरियाणा तक छोड़ना पड़ा था। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश को 2014 से पहले के गुंडाराज वाला हरियाणा नहीं बनने देंगे। आज हरियाणा की पहचान, सुशासन और पारदर्शी हरियाणा की है, आज बिचौलिया सिस्टम खत्म हो चुका है।
इस दौरान भाजपा नेता और पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, पूर्व विधायक सरिता नारायण, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमल किलोई, पूर्व मेयर रेनू डाबला, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश बागड़ी, भाजपा नेता मोहित धन्वंतरी, भाजपा नेत्री कविता इंदौरा, पार्षद डिंपल जैन, दलित नेता सोनू मोरवाल, पिछड़ा मोर्चा के जिला अध्यक्ष सतीश चौधरी, भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष दीपू नागपाल समेत अनेक दलित नेता मौजूद रहे।
बता दें कि रोहतक के मौजूदा विधायक भारत भूषण बतरा से जनहित से जुड़े सवालों के जवाब पूछे गए थे। रेलवे रोड पर कांग्रेस विधायक भरत भूषण बतरा के लिए ”रोहतक मांगे हिसाब” के पर्चे बांटें जा रहे थे। दलित महिला रानी किराड़ का आरोप है कि विधायक पुत्र और उनके करीबी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनको घेर लिया था। विधायक भारत भूषण बतरा के ऊपर रानी किराड़ के साथ अभद्रता और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वहीं विधायक भारत भूषण बतरा ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ओछी राजनीति कर रही है और उसकी जमीन खिसक चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगी हुई है और वह ऐसे पर्चे बांट रहे थे जिस पर प्रिंटर का नाम नहीं था। विधायक ने रानी किराड़ से झगड़े की बात को भी नकारा है।