मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के अनुसार, फरीदकोट में तैनात पीएसपीसीएल के एक अधिकारी को एक अन्य पीएसपीसीएल अधिकारी से कथित तौर पर ब्लैकमेल करने और रिश्वत मांगने के आरोप में तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
बुधवार को यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यह खुलासा करते हुए बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि आरोपी अधिकारी की पहचान अमित सेतिया के रूप में हुई है, जो पीएसपीसीएल, फरीदकोट में लेखा अधिकारी फील्ड के रूप में तैनात है।
आरोपी अधिकारी पीएसपीसीएल के एई/सब डिविजनल अधिकारी को ब्लैकमेल कर रिश्वत की मांग कर रहा था। मंत्री ने आगे कहा कि शिकायत और सब डिविजनल अधिकारी द्वारा शिकायत के साथ भेजी गई वीडियो क्लिप की जांच की गई।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी अधिकारी अमित सेतिया एसडीओ को ब्लैकमेल कर रहा था और बिजली के अनाधिकृत उपयोग के मामले से उसे दूर रखने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था।
इसके अलावा, मंत्री ने कहा कि प्रारंभिक जांच में उपरोक्त अनियमितताओं के लिए दोषी पाए जाने पर संबंधित लेखा अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है तथा पूरी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आगे दोहराया कि किसी भी सरकारी अधिकारी/कर्मचारी को, चाहे वह किसी भी उच्च पद पर हो, किसी भी भ्रष्ट आचरण में लिप्त पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा।