लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज चंबा और डलहौजी नगर परिषदों तथा डलहौजी के लोक निर्माण प्रभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की।
बैठक के दौरान मंत्री ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि नाबार्ड, सीआरएफ और पीएमजीएसवाई के तहत आवंटित धनराशि का निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा उपयोग किया जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समय पर व्यय से भविष्य की परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त धनराशि के आवंटन में सुविधा होगी।
मंत्री ने निर्देश दिए कि नई सड़क परियोजनाओं के शुरू होने पर भूस्वामियों के नाम दर्ज किए जाएं तथा बाद में होने वाली जटिलताओं से बचने के लिए उनसे भूमि योगदान के लिए अपील की जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दूरदराज के गांवों में सड़क संपर्क उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास करें, जहां अभी तक पहुंच नहीं है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे सड़क से जुड़े भूमि विवादों को निवासियों और प्रतिनिधियों के साथ परामर्श करके हल करें।
पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता विकास सूद ने कई परियोजनाओं के बजट और व्यय पर अपडेट दिया। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए डलहौजी सर्कल में सड़क और भवन परियोजनाओं के लिए कुल 130.29 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जिसमें से 31 जनवरी तक 79.40 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके थे। राज्य विकास योजना के तहत 105.66 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जिसमें से 64.22 करोड़ रुपये पहले ही उपयोग किए जा चुके हैं। इसी तरह सीआरएफ के तहत 17.91 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जिसमें से 12.65 करोड़ रुपये खर्च किए गए। भवन निर्माण के लिए कुल 6.70 करोड़ रुपये मंजूर किए गए, जिसमें से 2.52 करोड़ रुपये पहले ही उपयोग किए जा चुके हैं