पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को हुसैनीवाला बॉर्डर को अत्याधुनिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की।
हुसैनीवाला सीमा पर रिट्रीट समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहली बार इस समारोह को देखकर अभिभूत हैं। उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों को इस ऐतिहासिक स्थान को नया रूप देने के लिए विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस पवित्र स्थान के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थान को आधुनिक तरीके से विकसित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां आकर्षित हो सकें।
उन्होंने बताया कि पंजाब में तीन स्थानों वाघा, हुसैनीवाला और सुलेमानकी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी आयोजित की गई। भगवंत सिंह मान ने बताया कि वाघा बॉर्डर पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है, जबकि दो अन्य स्थानों पर पर्यटकों की आमद कम है।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थान में पर्यटकों के आकर्षण की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए इसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह स्थान शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरू और शहीद सुखदेव से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां एक संग्रहालय भी है, जहां उस पिस्तौल को प्रदर्शित किया गया है, जिसका इस्तेमाल महान शहीद ने सैंड्राउस को मारने के लिए किया था।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस स्थान पर देशभक्ति की भावना व्याप्त है तथा इस पवित्र भूमि से अधिकाधिक पर्यटक जुड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों की भी सराहना की जो देश के विभिन्न भागों में मौसम की प्रतिकूलताओं के बावजूद अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में शहीदों की विरासत को कायम रखने के लिए कठोर प्रयास कर रही है तथा राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण ही मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है।
इसी तरह भगवंत सिंह मान ने कहा कि बुधवार को मोहाली के निशान-ए-इंकलाब प्लाजा में शहीद भगत सिंह की 30 फीट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया गया।
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