पंजाब कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर मेयर चुनावों में धांधली के मामले की जांच की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने मेयर चुनावों में हुई कथित धांधली के बारे में राज्यपाल को जानकारी दी और इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में पंजाब कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि पटियाला और लुधियाना में मेयर चुनावों में गड़बड़ी की गई थी। इसके अलावा, फगवाड़ा में भी धांधली हुई है। मेयर चुनाव में कुल 41 काउंसलर थे, जिनमें से चार अकाली दल और सात भाजपा से थे, जिससे कुल संख्या 52 हो गई। जब हम अंदर गए, तो कमिश्नर ने मेयर और डिप्टी मेयर के नामों की घोषणा की, जिस पर कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया।
राजा वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस ने गवर्नर से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है और उन्होंने हमें इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पंजाब कांग्रेस ने इस चुनावी धांधली के संबंध में सभी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इससे पहले सोमवार को अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनके ऊपर सीधा दबाव डाला गया और बिना किसी मतदान के तुरंत ही मेयर, डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के नामों की घोषणा कर दी गई। वड़िंग ने इस पूरी प्रक्रिया की निंदा की और कहा कि वह हाई कोर्ट में रिट दायर कर चुनाव दोबारा कराने की मांग करेंगे।
अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा था कि उनके पार्षद मौजूद थे, लेकिन प्रशासन के दबाव के कारण आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को मेयर बना दिया गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र का उल्लंघन बताया और इस मामले को लेकर हाई कोर्ट जाने का ऐलान किया था।
राजा वड़िंग और कांग्रेस पार्टी की पूरी लीडरशिप ने मेडिकल कॉलेज के बाहर पंजाब सरकार और प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की थी।