पंजाब कांग्रेस में ताजा दरार के बीच पटियाला से सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी ने मंगलवार को कुछ नेताओं को हलका प्रभारी नियुक्त करने को लेकर पार्टी के राज्य नेतृत्व पर तीखा कटाक्ष किया।
डॉ. गांधी ने फेसबुक पर शेयर की गई एक पोस्ट में कहा, “कांग्रेस पार्टी में ये हलका प्रभारी कौन हैं और क्या हैं? ये वो उम्मीदवार हैं जो विधानसभा नहीं पहुँच पाए। कुछ की तो ज़मानत भी ज़ब्त हो गई। वैसे, इन्हें हलका प्रभारी किसने नियुक्त किया? नेता का नाम बताएँ और उनकी नियुक्ति के आदेश सार्वजनिक करें।”
उन्होंने पटियाला जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रों में हाल ही में हुए पार्टी कार्यक्रमों पर नाराजगी व्यक्त की, जहां कथित तौर पर तथाकथित हलका प्रभारियों ने कार्यभार संभाल लिया, जबकि युवा कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कुछ वरिष्ठ नेताओं ने संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम आयोजित किए थे, जिसका उद्देश्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रतिनिधियों के माध्यम से नए जिला कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति करना था। हालाँकि, इन आयोजनों में “स्वयंभू” हलका प्रभारी अग्रिम पंक्तियों में बैठे दिखाई दिए, जिससे कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे थे।
डॉ. गांधी ने कहा, “यह शरारत केवल स्थानीय, युवा और अधिक समर्पित नेतृत्व के अग्रणी पदों पर आसीन होने की प्रक्रिया को अवरुद्ध करने और उसे नुकसान पहुंचाने के लिए की गई है, और कुछ नहीं।”
उन्होंने कहा कि हलका प्रभारी संस्कृति कांग्रेस के संगठनात्मक सिद्धांतों और मूल्यों के अनुरूप नहीं है।