पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने सोमवार को जालंधर में इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के पहले चरण का उद्घाटन किया, जो शहर के यातायात विनियमन और निगरानी बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण छलांग है।
पुलिस आयुक्त धनप्रीत कौर, उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल और नगर आयुक्त संदीप ऋषि के साथ डीजीपी ने कहा कि मोहाली के बाद जालंधर अत्याधुनिक प्रणाली को क्रियान्वित करने वाला दूसरा शहर बन गया है।
42 करोड़ रुपये की लागत से विकसित, सिटी सर्विलांस एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का पहला चरण जालंधर के पुलिस लाइन स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) में स्थापित किया गया है। इसमें 13 महत्वपूर्ण चौराहों पर लगाए गए 142 उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरे शामिल हैं। इस प्रणाली में 102 स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (ANPR) कैमरे, 40 रेड लाइट उल्लंघन पहचान (RLVD) कैमरे, 83 बुलेट कैमरे, चार PTZ कैमरे, 30 विज़ुअल मैसेज डिस्प्ले स्क्रीन और दो स्पीड उल्लंघन पहचान स्थलों पर 16 कैमरे शामिल हैं।
शहर-व्यापी निगरानी योजना में 1,003 कैमरों के साथ-साथ जन-संबोधन और आपातकालीन कॉल बॉक्स सिस्टम लगाने की योजना है। इसकी एक प्रमुख विशेषता स्वचालित ई-चालान प्रणाली है, जो एनआईसी के वाहन और सारथी डेटाबेस के साथ एकीकृत है, जिससे लाल बत्ती तोड़ने, तेज़ गति से गाड़ी चलाने और गलत दिशा में गाड़ी चलाने पर स्वचालित चालान काटे जा सकेंगे।
डीजीपी ने बताया कि सितंबर 2024 से अब तक पंजाब पुलिस ने राज्य में शांति भंग करने की पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की 26 कोशिशों को नाकाम किया है। उन्होंने बताया कि आगामी त्यौहारी सीज़न के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पंजाब में केंद्रीय बलों की 57 अतिरिक्त कंपनियाँ भेजी गई हैं।