पुलिस 31 मई तक पंजाब से नशीले पदार्थों का सफाया करने के लिए सक्रिय है। समय सीमा तय करने के बाद आज (29 अप्रैल) डीजीपी गौरव यादव ने सभी जिलों के एसएसपी और सीपी की बैठक बुलाई है। यह बैठक चंडीगढ़ में होगी। इस दौरान प्रत्येक जिले को नशा मुक्त बनाने की योजना से अवगत कराया जाएगा।
डीजीपी गौरव यादव पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि तय समय में नशे को खत्म कर दिया जाएगा। इसके बाद पूरे अभियान की तीसरे पक्ष द्वारा समीक्षा की जाएगी। इस दौरान अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा, जबकि अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सरकार नशे को खत्म कर 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में लड़ाई के लिए लोगों का विश्वास जीतकर खुद को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। क्योंकि पार्टी 2022 में नशाखोरी को खत्म करने के वादे के साथ सत्ता में आई थी। लेकिन तीन साल बाद भी इस दिशा में कोई खास काम नहीं हुआ।
दिल्ली चुनाव में हार के बाद सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। साथ ही, इस अभियान को पूरी रणनीति के साथ शुरू किया गया है। अभियान को समुचित ढंग से चलाने के लिए पांच मंत्रियों की एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है।
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