जालंधर, 21 नवंबर गन्ने का सुनिश्चित मूल्य 380 रुपये से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने मंगलवार को यहां धानोवाली गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के जालंधर-फगवाड़ा खंड पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
यहां जुटे हजारों किसानों ने तंबू गाड़ दिए हैं। जालंधर और लुधियाना तथा जालंधर और नवांशहर के बीच सभी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
धरने के दोनों ओर बसों में यात्रा कर रहे सैकड़ों यात्रियों को बसें पकड़ने के लिए 4 किमी से अधिक पैदल चलना पड़ा। केवल राजमार्ग के किनारे सर्विस लेन आंशिक रूप से पारगमन के लिए उपलब्ध थीं।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए, भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के मंजीत राय ने कहा कि उन्होंने बार-बार एसएपी बढ़ाने का अनुरोध किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
“हमने 8 नवंबर को प्रस्तावित धरना स्थगित कर दिया था, और सरकार के आश्वासन पर इसे रद्द कर दिया था। हमें बताया गया है कि गन्ना आयुक्त ने बुधवार को एक बैठक बुलाई है, लेकिन हमें आमंत्रित नहीं किया गया है। हमें बताया जा रहा है कि कीमत के लिए एक अधिसूचना जारी की गई है।” बैठक के बाद बढ़ोतरी जारी कर दी जाएगी लेकिन हमारा धरना अनिश्चितकालीन है और तब तक जारी रहेगा जब तक हमें वह कीमत नहीं मिल जाती जिसकी हम मांग कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि बीकेयू (उगराहां) और बीकेयू (राजेवाल) भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। राय ने कहा कि सभी किसान यूनियनों की एक बैठक मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे होगी जिसमें यह तय किया जाएगा कि क्या रेल यातायात भी अवरुद्ध किया जाना है।