विधायक संदीप जाखड़ ने कहा कि एसडीएम और एसपी कार्यालयों के बगल में हुई इस घटना ने एक बार फिर कानून और व्यवस्था में लोगों के विश्वास को हिला दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अभी तक 7 जुलाई को न्यू वेयरवेल एम्पोरियम के बाहर दिनदहाड़े व्यवसायी संजय वर्मा की हत्या के लिए जिम्मेदार तीनों हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया है।
आज अदालतों के बाहर हुई हत्या ने साबित कर दिया कि पंजाब पुलिस, जो “राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण निष्क्रिय हो गई है”, अपराधियों से निपटने में पूरी तरह से नाकाम रही है। आज की गोलीबारी ने न केवल न्याय की गुहार लगाने आए दर्जनों आम नागरिकों में डर पैदा कर दिया, बल्कि वकीलों के समुदाय में भी दहशत फैला दी। ऐसी गोलीबारी में कई और लोगों की जान जा सकती थी।
विधायक ने कहा कि यह मुद्दा बार-बार उठाया गया है कि कई स्थानीय इलाकों में आदतन अपराधी मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर आपस में होने वाली दुश्मनी को हिंसक घटनाओं में तब्दील कर रहे हैं। पुलिस का दावा है कि वे चांदी की पन्नी और डोप परीक्षण से संबंधित मामले दर्ज करके मादक पदार्थों के दुरुपयोग को नियंत्रित कर रहे हैं। इस साल कुख्यात अपराधियों के बीच सैकड़ों झड़पें हुई हैं, लेकिन पुलिस ने इस समस्या को रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।

