संगरूर, 15 मई, 2025 – पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने गुरुवार को बताया कि एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए संगरूर पुलिस ने संगरूर जेल परिसर के भीतर चल रहे एक परिष्कृत तस्करी अभियान को ध्वस्त कर दिया है।
विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर जेल के अंदर छापेमारी की गई, जिसमें 9 मोबाइल फोन, 4 स्मार्टवॉच, 50 ग्राम अफीम और अन्य प्रतिबंधित सामान जब्त किए गए। शुरुआती जांच में पता चला कि तस्करी की गतिविधियों में चतुर्थ श्रेणी के एक कर्मचारी की संलिप्तता थी।
नेटवर्क के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की आगे की जांच के बाद अमृतसर से मनप्रीत सिंह की गिरफ्तारी हुई, जो वर्तमान में संगरूर जेल में बंद कैदी गुरविंदर सिंह का सहयोगी है। पुलिस ने मनप्रीत सिंह के कब्जे से 4 किलोग्राम हेरोइन, 5.5 लाख रुपये की ड्रग मनी, एक ग्लॉक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए।
संगरूर जेल के डीएसपी सुरक्षा गुरप्रीत सिंह को जेल में ड्रग्स और मोबाइल फोन की तस्करी में सक्रिय भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता चला है कि वह अपने परिवार के सदस्यों से जुड़े यूपीआई खातों के जरिए भुगतान प्राप्त करता था।
डीजीपी गौरव यादव ने आपराधिक तत्वों के साथ आंतरिक मिलीभगत के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति पर जोर देते हुए कहा, “कोई भी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी पद या पद पर क्यों न हो, अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा।” जांच जारी है, और आगे और गिरफ्तारियाँ तथा खुलासे होने की उम्मीद है।
पंजाब पुलिस न्याय और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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