पंजाब पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने आज दावा किया कि उसने ड्रग इंस्पेक्टर शीशन मित्तल से जुड़े 24 बैंक खाते (कुल राशि 6.69 करोड़ रुपये) फ्रीज कर दिए हैं। मित्तल पर एनडीपीएस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि एसटीएफ ने यह कार्रवाई की और पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ में विभिन्न स्थानों पर समन्वित छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकदी तथा विदेशी मुद्रा जब्त की।
यह छापेमारी मित्तल के खिलाफ चल रही जांच के तहत की गई थी, जिसमें कथित तौर पर अवैध दवा और मेडिकल स्टोर से जुड़े ड्रग तस्करी के संचालन में मदद करने के अलावा बेनामी खातों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है। छापेमारी बठिंडा, मौर मंडी, गिद्दड़बाहा, मोहाली, चंडीगढ़ और फतेहाबाद (हरियाणा) सहित आठ अलग-अलग स्थानों पर की गई। एडीजीपी-एसटीएफ नीलाभ किशोर ने अभियान का नेतृत्व किया।.
जीपी गौरव यादव ने कहा कि पुलिस द्वारा फ्रीज किए गए बैंक खाते आरोपी ड्रग इंस्पेक्टर के नाम पर हैं और कुछ बेनामी खाते उसके रिश्तेदारों के नाम पर संचालित हैं।
उन्होंने बताया कि तीन बैंक लॉकर भी जब्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने गंभीर वित्तीय अनियमितताएं पाई हैं, जिसके तहत बेनामी खातों में लगातार नकदी जमा की गई थी।
छापेमारी के दौरान एसटीएफ ने करीब 9.31 लाख रुपए नकद, 260 ग्राम सोना और 515 दिरहम जब्त किए। अवैध गतिविधियों से अर्जित संपत्तियों की भी पहचान की गई। उन्होंने बताया कि इनमें जीरकपुर में 2 करोड़ रुपए की कीमत के फ्लैट, डबवाली में 40 लाख रुपए का प्लॉट आदि शामिल हैं।
डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी विभिन्न जेलों में बंद ड्रग तस्करों के साथ नियमित संपर्क में था और वह बाहर उनके ड्रग नेटवर्क को सुगम बनाता था। उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पाया गया कि आरोपी सरकार से अनुमति लिए बिना या भारत से बाहर छुट्टी लिए बिना अक्सर विदेश यात्रा करता था।