बदलते रोजगार बाजार परिदृश्य के जवाब में पंजाब के युवाओं की रोजगार क्षमता और उद्यमशीलता कौशल को और बढ़ावा देने के प्रयास में, पंजाब कौशल विकास मिशन (पीएसडीएम) ने सोमवार को यहां पंजाब के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री श्री अमन अरोड़ा की उपस्थिति में रैना एजुकेशन फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौता ज्ञापन पर पीएसडीएम की मिशन निदेशक सुश्री अमृत सिंह (आईएएस) और रैना एजुकेशन फाउंडेशन की प्रमुख श्वेता रैना ने हस्ताक्षर किए। यह फाउंडेशन तलेरंग की सहयोगी संस्था है। इस साझेदारी का उद्देश्य मूल्यांकन, करियर प्रशिक्षण, कौशल विकास, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट की पेशकश करके पंजाब के कार्यबल पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालना है।
पंजाब के युवाओं को कौशल के साथ सशक्त बनाने के अपने उद्देश्य की दिशा में प्रगति के लिए पूरे विभाग की सराहना करते हुए, श्री अमन अरोड़ा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह साझेदारी पंजाब में एक कुशल और नौकरी के लिए तैयार कार्यबल की स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थायी रोजगार संभावनाओं और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के व्यापक लक्ष्य के अनुरूप है।
विभाग पंजाब के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने तथा उन्हें भविष्य के कैरियर के लिए तैयार करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
सहयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए मिशन निदेशक सुश्री अमृत सिंह ने बताया कि इस पहल को हाइब्रिड मॉडल के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा, जिसमें ऑनलाइन और व्यक्तिगत तत्वों का मिश्रण होगा तथा प्रतिभागियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
10,000 पात्र उम्मीदवारों के प्रारंभिक समूह में से, शीर्ष 1,000 प्रदर्शनकर्ताओं को समूह मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा।
इनमें से, शीर्ष 500 उपलब्धि प्राप्त करने वालों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मूल्यांकन टूल तक पहुंच प्राप्त होगी, जिसके परिणामस्वरूप इंटर्नशिप और नौकरी के लिए शीर्ष 100 का चयन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य चुने हुए कौशल क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव के लिए माइक्रो-इंटर्नशिप, व्यक्तिगत मार्गदर्शन जैसे कि आमने-सामने मॉक इंटरव्यू और फीडबैक तथा ऐप के माध्यम से निरंतर सहायता प्रदान करना है।
पीएसडीएम और रैना एजुकेशन फाउंडेशन के बीच सहयोग पर विस्तार से बात करते हुए अमृत सिंह ने कहा कि यह संयुक्त प्रयास मूल्यांकन और प्रशिक्षण में अग्रणी भूमिका निभाएगा, तथा फाउंडेशन की विशेषज्ञता का उपयोग करके उम्मीदवारों को गतिशील नौकरी परिदृश्य के लिए तैयार करेगा।
कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य पंजाब के युवाओं की रोजगारपरकता और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देना है, तथा यह सुनिश्चित करना है कि वे उद्योग की आवश्यकताओं और अवसरों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार हों।