पंजाब राज्य खाद्य आयोग राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। चेयरमैन बाल मुकुंद शर्मा ने भावी पीढ़ियों के लिए स्वस्थ भोजन सुनिश्चित करने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम को सही ढंग से लागू करने के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 90% बीमारियां घटिया गुणवत्ता वाले भोजन के सेवन के कारण होती हैं, इसलिए बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए चेयरमैन बाल मुकंद शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों व आंगनबाड़ी में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि आवश्यक हो तो स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जिला परिषद द्वारा निर्धारित धनराशि का उपयोग किया जाए। उन्होंने गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि इन महिलाओं में एनीमिया को रोकना आवश्यक है।
चेयरमैन ने मोगा जिले में विकसित किए जा रहे पोषण वाटिका (पौष्टिक उद्यान) की प्रशंसा की, जहाँ स्कूल बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए फल और सब्ज़ियाँ उगा रहे हैं। उन्होंने इस परियोजना को पूरे राज्य में लागू करने की योजना की घोषणा की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी स्कूलों में पौष्टिक उद्यान हों।
शर्मा ने अधिकारियों को सभी स्कूलों और आंगनवाड़ियों में आयोग का टोल-फ्री नंबर 9876764545 प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया ताकि लोग भोजन की गुणवत्ता के बारे में शिकायत दर्ज करा सकें।
शर्मा ने जैविक खेती के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि कीटनाशकों और उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को किसानों को जैविक खेती के लाभों के बारे में शिक्षित करने और राज्य में इस पद्धति को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
कुल मिलाकर, पंजाब राज्य खाद्य आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण, पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो। खाद्य सुरक्षा अधिनियम को लागू करने, जैविक खेती को बढ़ावा देने और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, आयोग पंजाब के लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। बैठक में एडीसी (आरडी) जगविंदरजीत सिंह ग्रेवाल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।