केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को महान साहित्यकार, कवि, दार्शनिक और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
रवींद्रनाथ टैगोर, जिन्हें ‘गुरुदेव’ के नाम से जाना जाता है, उन्होंने भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ और बांग्लादेश का राष्ट्रगान ‘आमार सोनार बांग्ला’ जैसी कालजयी रचनाओं के माध्यम से विश्व साहित्य और संस्कृति में अमूल्य योगदान दिया।
उनकी पुण्यतिथि पर इन नेताओं ने उनके साहित्यिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय योगदान को याद करते हुए अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उनके विचारों को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरक बताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “महान साहित्यकार, राष्ट्रगान के रचयिता और भारतीय दर्शन के वैश्विक प्रचारक गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक नमन। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनकी कालजयी रचनाओं ने राष्ट्र को आत्मगौरव, सांस्कृतिक चेतना और स्वाधीनता की भावना से ओतप्रोत कर नया मार्ग प्रशस्त किया। विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना कर उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित शिक्षा को सशक्त बनाया और देश को राष्ट्रगान का गौरव प्रदान किया। गुरुदेव के विचार युगों-युगों तक राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देते रहेंगे।“
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्स पोस्ट में लिखा, “भारतीय राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन’ के रचयिता, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित महान साहित्यकार, विचारक एवं दार्शनिक गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन। उनकी अद्वितीय साहित्यिक कृतियां और राष्ट्र जागरण में उनका योगदान युगों तक प्रेरणास्रोत बना रहेगा।“
वहीं, सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “साहित्य की बहु-विधाओं के मर्मज्ञ, भारतीय राष्ट्रगान के रचयिता एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित ‘गुरुदेव’ रवींद्रनाथ टैगोर जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। अपनी उत्कृष्ट लेखनी के माध्यम से स्वसंस्कृति, परंपरा और राष्ट्रवाद की चेतना का संचार कर उन्होंने जन-जन में स्वतंत्रता का प्रेरणा दीप प्रज्ज्वलित किया। आपका सम्पूर्ण जीवन हमारे लिए पथ प्रदर्शक है।“
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “राष्ट्रगान के रचयिता, महान साहित्यकार एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन। उनकी लेखनी से झलकते मानवीय मूल्य, एकता का संदेश और सांस्कृतिक विविधता की भावना ‘जन-गण-मन’ में आज भी गूंजती है। गुरुदेव के विचार हमेशा सेवा और समर्पण की राह पर चलने की प्रेरणा देते रहेंगे।“
Leave feedback about this