January 18, 2025
National

‘ओसीसीआरपी’ के देश विरोधी आर्टिकल के बाद राहुल गांधी करते हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस, वे दो बदन एक आत्‍मा हैं : संबित पात्रा

Rahul Gandhi holds a press conference after the anti-national article of ‘OCCRP’, they are two bodies, one soul: Sambit Patra

नई दिल्ली, 6 दिसंबर । विदेशी मीडिया हाउस ‘ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ (ओसीसीआरपी) को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हमलावर है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, राहुल गांधी वही बोलते हैं, जो ‘ओसीसीआरपी’ लिखता है। दोनों एक दो बदन एक आत्‍मा हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, जो ‘ओसीसीआरपी’ लिखता है, वही राहुल गांधी बोलते हैं। 1 जुलाई 2021, पूरी दुनिया में कोरोना की महामारी चल रही थी और भारत ने अपनी दो वैक्सीन भी बनाई थी और भारत वैक्सीन मैत्री कर रहा था। कई देशों ने वैक्सीन के लिए भारत को ऑर्डर दिया था। उसी समय यानी 1 जुलाई 2021 को ‘ओसीसीआरपी’ ने एक लेख छापा कि ब्राजील ने 324 मिलियन डॉलर की वैक्सीन का जो ऑर्डर दिया था, उसे कैंसिल कर दिया है। इससे भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई।

2 जुलाई 2021 को कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भारत सरकार और देश की वैक्सीन को घेरे में ले लिया। हालांकि जून में पता चल गया था कि ब्राजील को-वैक्सीन नहीं ले रहा है, लेकिन जब ‘ओसीसीआरपी’ ने छापा, तब राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, यानी ‘ओसीसीआरपी’ निर्देश देता है और राहुल गांधी उसका पालन करते हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संबित पात्रा ने कहा, कोविड महामारी के कारण 1 जुलाई 2021 का समय बहुत ही खराब चल रहा था। भारत ने अपनी दो वैक्सीन बनाई थी, जिसमें से ए को-वैक्सीन थी। इसके स्टॉक के लिए कई कई देशों ने अपना ऑर्डर दिया, लेकिन 1 जुलाई 2021 में ‘ओसीसीआरपी’ मीडिया हाउस ने एक आर्टिकल छापा और भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश। उन्होंने छापा कि ब्राजील ने 324 मिलियन डॉलर की को-वैक्सीन जो ऑर्डर किया था, उसको कैंसिल कर दिया। भारत अकेला ऐसा देश था, जो वैक्सीन मैत्री कर रहा था और बिना पैसे के उसको दे रहा था। लेकिन ‘ओसीसीआरपी’ के आर्टिकल के बाद इस वैक्सीन को घेरे में लिया गया। एक जुलाई को जैसे ही उनका आर्टिकल छपा, उसके अगले दिन 2 जुलाई को कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भारत सरकार और को-वैक्सीन को घेरे में लिया।

भारत में जितने बड़े उद्योगपति हैं, ‘ओसीसीआरपी’ ने बार-बार उन पर आघात किया है। उन्होंने ऐसा दिखाया कि मानो फर्जीवाड़ा चल रहा है, यहां के उद्योगों में कोई सच्चाई नहीं है। भारत के अर्थव्यवस्था को डगमगाने के मकसद से ऐसा किया जाता रहा है। जब-जब ‘ओसीसीआरपी’ की ऐसी रिपोर्ट सामने आई, तब-तब राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश के उद्योगों पर निशाना साधा।

संबित पात्रा ने आगे कहा, 18 जुलाई 2021 पेगासस रिपोर्ट आया। ‘ओसीसीआरपी’ ने इसको पहले उजागर किया। 19 जुलाई 2021 को राहुल गांधी इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। ये सारे रिपोर्ट सदन के चलने से पहले आते हैं। इसके कारण सदन में हंगामा किया जाता था और इसको चलने नहीं दिया जाता। आज भी ऐसी ही परिस्थिति है। 26 अगस्त 2022 को देश के सर्वोच्च न्यायालय ने पेगासस के रिपोर्ट को खारिज किया।

जुलाई 2022 में नेशनल हेराल्ड केस में मां-बेटे से ईडी पूछताछ कर रही थी। कई घंटे तक दोनों लोगों से पूछताछ की गई। ‘ओसीसीआरपी’ इसको लेकर छापा कि राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड केस में जो लीगल प्रोसिडिंग चल रही हैं, यह सब राजनीति से प्रेरित है। इसके पीछे कोई सच्चाई नहीं है। उसने लिखा था, देश में अफरा-तफरी का माहौल है, लोग राहुल गांधी के लिए सड़क पर उतर गए हैं। यह सब झूठ था, कोई सड़क पर नहीं उतरा था। हमारा पूछना है कि ‘ओसीसीआरपी’ राहुल गांधी के बचाव में आर्टिकल क्यों छाप रहा था? राहुल गांधी और ‘ओसीसीआरपी’ में से किसी एक को दिक्कत होती है, तो दूसरा बोलता है। ये दो बदन एक आत्मा हैं।

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