कानपुर, 5 मई। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात की। दिवंगत शुभम की पत्नी ऐशन्या राहुल को देखकर रोने लगीं। इस पर राहुल गांधी ने उन्हें सांत्वना दी।
शुभम के पिता भी राहुल गांधी को देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाए। दिवंगत शुभम की पत्नी ऐशन्या ने पत्रकारों से बताया कि उन्होंने राहुल गांधी से मांग की कि उनके पति को शहीद का दर्जा दिया जाए। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम को पत्र भी लिखेंगे और संसद में भी यह बात उठाएंगे।
राहुल गांधी ने शुभम को श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने पहलगाम हमले के बारे में जानकारी ली। इस पर ऐशन्या ने बताया कि कैसे शुभम की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकवादी आए और धर्म पूछताछ करते हुए गोलियां बरसाने लगे। इस दौरान राहुल गांधी ने शुभम के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया।
राहुल गांधी शुभम के घर करीब 28 मिनट तक रुके। इसके बाद वह चकेरी एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इसके पहले शुभम के पिता ने राहुल गांधी से सवाल पूछते हुए कहा कि आपने भी यह दर्द झेला है। आपकी अगर दादी आज जिंदा होतीं तो क्या देश में इस तरीके के हमले होते? इस पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर दादी जिंदा होतीं, तो 1971 की तरह ही पाकिस्तान को जवाब दिया जाता। इस तरीके के हमले भारत के अंदर बिल्कुल भी नहीं होते।
वहीं, शुभम के पिता ने कहा कि बेटे का आधा सिर इसके (ऐशन्या) ऊपर गिरा था। आप कुछ करिए। आप इस देश के बड़े नेता हैं। राहुल ने शुभम के परिवार वालों से अपने मोबाइल से प्रियंका गांधी से भी बात करवाई।