पटना, 11 सितंबर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण समाप्त करने के बयान पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी का बयान कांग्रेस और महागठबंधन के असली चरित्र और मानसिकता को उजागर करता है।
उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बुधवार को लिखा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का आरक्षण समाप्त करने संबंधी विदेश की धरती पर दिया गया बयान कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन के असली चरित्र और मानसिकता को उजागर करता है।
आरक्षण नौकरी का जरिया नहीं, बल्कि देश की आबादी के बड़े हिस्से (शोषितों, पीड़ितों, वंचितों, दलितों, आदिवासीयों, पिछड़ों और महिलाओं) को सत्ता व समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का विशेष संवैधानिक अवसर है जिससे उनको कालांतर में समानता मिल सके। ऐसी स्थिति की स्थापना के प्रति हम सभी की नैतिक व संवैधानिक जिम्मेदारी भी है। कांग्रेस पार्टी के नेता द्वारा आरक्षण समाप्त करने की बात हमारे संविधान का भी अपमान है।
उन्होंने आगे लिखा कि इंतजार है ऐसे किसी भी बयान पर हाय-तौबा मचाने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव कांग्रेस को कब रगड़ेंगे..! एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान “दुनिया की कोई ताकत आरक्षण को समाप्त नहीं कर सकती” और दूसरी ओर महागठबंधन का बयान “समाप्त कर देंगे आरक्षण”….जनता सब देख व सुन रही है।
बता दें कि मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान एक छात्र ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या जाति आधारित आरक्षण के अलावा जमीनी स्तर पर संस्थानों को मजबूत करने के और भी बेहतर तरीके हैं। तब राहुल गांधी ने इस सवाल के जवाब में आरक्षण को लेकर बयान दिया था।
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