भोपाल, 9 सितंबर। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी तीन दिन के अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान चीन की तारीफ वाले उनके बयान पर हंगामा मच गया है। भाजपा इसे लेकर हमलावर हो गई है।
सोमवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान परस्ती कांग्रेस की विचारधारा है। राहुल गांधी ये कोई नया काम नहीं कर रहे हैं। ये सिर्फ चीन की तारीफ नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को कमजोर करने की साजिश में सुर से सुर मिलाना है।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी के रात के अंधेरे में चीन के राजदूत से मिलने की भी खबरें आई थीं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जिस ट्रस्ट के पैसों से आराम करती हैं, वो कहां से आता है, ये भी जांच का विषय है। उन्हें समझना चाहिए कि वो हिंदुस्तान की खाते हैं, इसलिए कहीं और का गुणगान नहीं करें। राहुल गांधी का यह बयान बेहद शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुस्तान का नाम बदनाम करना, सनातन धर्म का मजाक उड़ाना, भाजपा और आरएसएस को बदनाम करना, ये कांग्रेस की पॉलिसी है। राहुल गांधी को इस बात पर विचार करना चाहिए। अमेरिका में अगर उन्हें कोई मंच मिला है तो ये राहुल गांधी के कारण नहीं मिला है, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के विपक्ष के नेता के तौर पर मिला है।
विश्वास सारंग ने आगे कहा कि राहुल गांधी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिंदुस्तान से जुड़े किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्हें समझना चाहिए कि ये भारत के मान-सम्मान से जुड़ा विषय है। इस तरह के बयान से वो भाजपा को बदनाम नहीं कर रहे हैं, बल्कि वो कहीं न कहीं हिंदुस्तान को बदनाम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा को देश की जनता ने चुना है। जब भाजपा देश की जनता का प्रतिनिधित्व करती है तो एक पार्टी नहीं बल्कि देश की सरकार है। राहुल गांधी का ऐसा बयान देश के सम्मान को चोट पहुंचाता है। उन्हें समझना चाहिए कि वो अपनी राजनीति हिंदुस्तान में करें। बाहर राजनीति करके भारत को बदनाम नहीं करें।
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