जिले के एक गांव में अवैध रूप से चल रहे एमटीपी (गर्भावस्था का चिकित्सीय समापन) केंद्र के संबंध में पुलिस ने स्वास्थ्य अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
यह कार्रवाई तब की गई जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिघावली गांव में एक निजी क्लीनिक, लाइफ केयर नर्सिंग होम एंड मैटरनिटी सेंटर का औचक निरीक्षण किया। सीएमओ डॉ. जय भगवान जटैन ने बताया कि मौके पर पहुंची तीन डॉक्टरों और पुलिस की टीम ने पाया कि गहलब गांव की रहने वाली पप्पन नामक महिला क्लीनिक में चार महीने की गर्भवती महिला की देखभाल कर रही थी। मरीज ने दावा किया कि वह पेट में दर्द के बाद क्लीनिक आई थी। मरीज की देखभाल कर रही पप्पन ने कहा कि वह क्लीनिक के मालिक डॉ. पवन डागर की अनुपस्थिति में मरीजों की देखभाल करती थी।
जतैन ने बताया कि डागर के मौजूद न होने पर भी टीम को एमटीपी के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण और एमटीपी किट (सेफ-टी किट) मिली। क्लिनिक में एमटीपी में इस्तेमाल होने वाली मिफेप्रिस्टोन की 26 से ज़्यादा गोलियां मिलीं। क्लिनिक में कंपाउंडर के तौर पर काम करने वाला गोलपुरी नूंह मेवात निवासी नावेद भी मौजूद था।
चूंकि मौके पर मौजूद कर्मचारी एमटीपी करने के लिए कोई दस्तावेज या प्राधिकरण प्रस्तुत नहीं कर सके, इसलिए टीम ने पप्पन, नावेद और डॉ. पवन डागर को आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
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