June 5, 2025
Haryana

सिरसा, फतेहाबाद में डेयरियों पर ‘उल्लंघन’ के आरोप में छापे

Raids on dairies in Sirsa, Fatehabad for ‘violations’

मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने सिरसा और फतेहाबाद में डेयरियों में संदिग्ध खाद्य सुरक्षा उल्लंघनों पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इस सप्ताह तीन अलग-अलग छापों में बड़ी मात्रा में दूध और घी जब्त किया गया तथा नमूने जांच के लिए भेजे गए।

ये कार्रवाई सिरसा, फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र और कन्हेरी गांव में की गई। मंगलवार को उड़नदस्ते ने सिरसा के मट्टूवाला गांव स्थित सिहाग डेयरी पर छापा मारा।एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए टीम ने दो टैंकरों और एक पिकअप वैन को पकड़ा, जिनमें 27,700 लीटर दूध भरा हुआ था।

उन्होंने 870 किलोग्राम बिना पैक किया हुआ घी और 238 किलोग्राम बिना छपी समाप्ति तिथि वाला पैक किया हुआ घी भी बरामद किया। डेयरी चलाने वाले राजेंद्र सिंह ने अधिकारियों को बताया कि दूध सिरसा और राजस्थान से एकत्र किया गया था।

क्रीम का उपयोग घी बनाने के लिए किया जाता था और बचा हुआ दूध दूसरे राज्यों में भेज दिया जाता था। सभी जब्त वस्तुओं के नमूने लिए गए तथा उन्हें प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा गया ताकि यह पुष्टि की जा सके कि वे सुरक्षित हैं या मिलावटी।

बुधवार को दस्ते ने फतेहाबाद के टोहाना में शिव डेयरी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित एक चिलिंग सेंटर पर छापा मारा। खराब खाद्य सुरक्षा प्रथाओं की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए, सीएम फ्लाइंग प्रभारी सुनैना और खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. आजाद सिंह के नेतृत्व में टीम ने मौके पर 5,500 लीटर दूध पाया।

कर्मचारी सुग्रीव प्रसाद ने दावा किया कि केंद्र लाइसेंस प्राप्त है और दूध स्थानीय स्तर पर एकत्र किया जाता है तथा ठंडा करने के बाद अंबाला भेजा जाता है। दूध के नमूने एकत्र कर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

उसी दिन एक अन्य छापेमारी में टीम को कन्हेरी गांव में बिना लाइसेंस के चल रहा एक दूध संयंत्र मिला। धर्मवीर सिंह द्वारा संचालित इस प्लांट में निरीक्षण के समय 450 लीटर दूध और 10 किलो घी था।

सिंह ने बताया कि वह मलाई से घी बनाते हैं और बचा हुआ दूध कलायत भेजते हैं। प्लांट पर जुर्माना लगाया गया है और जांच के लिए नमूने लिए गए हैं। सीएम फ्लाइंग प्रभारी ने कहा कि खाद्य पदार्थों में किसी भी प्रकार की मिलावट या सुरक्षा मानकों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने सभी डेयरी संचालकों से सरकारी मानदंडों का पालन करने, उचित लाइसेंस रखने तथा प्रशिक्षित पर्यवेक्षण के तहत काम करने का आग्रह किया। इन छापों से क्षेत्र के डेयरी मालिकों में दहशत फैल गई है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के प्रति सरकार के कड़े रुख का संकेत है।

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